इंदौर (Indore)। नगर निगम (Municipal council) द्वारा पहली मर्तबा जो 244 करोड़ का ग्रीन बॉण्ड (green bond) जारी किया जा रहा है वह पब्लिक निवेश के लिए कल 10 फरवरी को खुलेगा और पूंजी बाजार के विशेषज्ञों को उम्मीद है कि पहले ही दिन यह बॉण्ड शत-प्रतिशत सब्स्क्राइब हो जाएगा। दरअसल इंदौर निगम की साख बीते कुछ वर्षों में बढ़ी है। लगातार स्वच्छता में 6 बार नम्बर वन आने के साथ-साथ ग्रीन एनर्जी और अन्य नवाचारों के चलते उसकी साख बेहतर हुई और अभी तक जितने भी ऋण निगम ने लिए उनके भुगतान में भी सफल रहा है और कभी डिफॉल्टर घोषित नहीं हुआ। हर माह ऋण भुगतान के लिए 30 से 40 करोड़ रुपए की राशि निगम खाते में अलग से रखी जाती है, ताकि उनकी किश्तें चुकाई जा सके। यही कारण है कि अब अगली बार निगम चार गुना अधिक कीमत का बॉण्ड लाएगा। जलूद में 100 एकड़ पर बॉण्ड राशि से सोलर प्लांट स्थापित होना है।
10 फरवरी को निगम का ग्रीन बॉण्ड खुलकर 14 फरवरी को बंद होना है। मगर निवेशकों और पूंजी बाजार का मानना है कि पहले ही दिन 244 करोड़ रुपए या उससे भी अधिक राशि सब्स्क्राइब हो जाएगी। हालांकि निगम ने पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर इस बॉण्ड में निवेश की प्रक्रिया निर्धारित की है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी और निगमायुक्त प्रतिभा पाल और स्मार्ट सिटी के सीईओ और ग्रीन बॉण्ड प्रोजेक्ट से जुड़े दिव्यांक सिंह ने बॉण्ड से संबंधित जानकारी दी। वहीं आयुक्त ने स्पष्ट कहा कि सभी निवेशकों का पैसा सुरक्षित रहेगा, क्योंकि नगर निगम ने जितने भी लोन अभी तक लिए हैं उन सबका भुगतान निर्धारित समय सीमा में तो किया ही और उसकी खुद की आय भी लगातार बढ़ी है। 700-800 करोड़ रुपए तक सालाना निगम सम्पत्ति कर व अन्य ोंतों से हासिल करता है और 30 से 40 करोड़ रुपए निगम खाते में ऋण और इस तरह के निवेश प्रोजेक्टों के लिए अलग से रखे जाते हैं।
नगर निगम द्वारा जो ग्रीन बॉण्ड जारी किया जा रहा है उसकी जानकारी देते हुए दिव्यांक सिंह ने बताया कि यही ग्रीन बॉन्ड निर्गम प्रतिवर्ष 8.25 प्रतिशत की कूपन दर की पेशकश करता है, जो अर्धवार्षिक देय है और प्रभावी प्रतिफल प्रतिवर्ष 8.42 प्रतिशत है। इस एनसीडी को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड में रूप में सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है, और एनएसई निर्गम के लिए नामित स्टॉक एक्सचेंज होगा। इन ग्रीन बॉन्डों को केयर रेटिंग्स लिमिटेड द्वारा केयर एए स्टेबल और इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आईएनडी एए+ /स्टेबल के रूप में मूल्यांकित किया गया है। इन ग्रीन बॉन्डों की अवधि 3 वर्ष 5 वर्ष , 7 वर्ष और 9 वर्ष (एसटीआरपीपी डी) है। श्रेणी एक (क्यूआईबी) श्रेणी दो (कॉर्पोरेट), श्रेणी तीन (एचएनआई) और श्रेणी चार (रिटेल इंडिविजुअल) के एनसीडी धारकों के लिए प्रभावी उपज (प्रति वर्ष 8.41प्रतिशत 3 वर्ष, 5 वर्ष और 7 वर्ष की अवधि के लिए है और यह एसटीआरपीपी डी के 9 वर्ष की अवधि के लिए 8.42 प्रतिशत है। ब्याज भुगतान विभिन्न माध्यमों से होता है, जैसे डायरेक्ट क्रेडिट, एनएसीएच, आरटीजीएस, एनईएफटी और रजिस्टर्ड पोस्ट/स्पीड पोस्ट। निर्गम में प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग मध्यप्रदेश के जिल खरगोन के गाँव सामराज और आशुखेड़ी में 60 मेगावाट ग्राउंड माउंटेड कैप्टिव सोलर पीवी पावर प्लांट (परियोजना) की स्थापना के लिए किया जाना प्रस्तावित है।
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