उज्जैन। सूरज की किरणों से बिजली बनाने के लिए सघन प्रयास चल रहे हैं। मध्य प्रदेश में आगामी दो महीना के दौरान इंदौर भोपाल उज्जैन तीन बड़े शहरों में 500 मेगावाट क्षमता के उपकरण सौर ऊर्जा के लिए लगाए जाने की प्रयास शुरू हो गए हैं। इसमें उज्जैन के 9000 परिसरों पर सौर ऊर्जा की पैनल लगी हुई है।
फिलहाल 12400 छतों पर बन रही सूरज की किरणों से बिजली
सौर ऊर्जा से बिजली की पैनल लगाने का क्रम तकरीबन 7 साल पहले 2016 में इंदौर में भी शुरू हो गया था, वर्तमान में इंदौर शहर में 7000, भोपाल में 4500 और उज्जैन में 9000 छतों के परिसरों पर की परिसरों पर सौर ऊर्जा की पैनल लगी हुई है जहां पर 200 मेगावाट क्षमता के उपकरण लगाए गए हैं।
नगरी निकाय और बिजली कंपनी रहवासियों को कर रहे जागरूक
उज्जैन, इंदौर और भोपाल में नगरी निकाय और बिजली कंपनी के अधिकारियों के साथ प्रशासनिक और विभागीय अमला भी लोगों के बीच जनजागरूकता के लिए लगा हुआ है। इंदौर शहर में बिजली के 30 झोन के माध्यम से सौर ऊर्जा की खासियत लोगों को बताई जा रही है।
ताजपुर और तराना के बीच मालवा एक्सपे्रस का पावर फेल होने के बाद यात्री होते रहे परेशान
उज्जैन। इंदौर से उज्जैन होते हुए वैष्णोदेवी कटरा मालवा एक्सप्रेस बुधवार को उज्जैन के आगे ताजपुर और तराना के बीच पावर फेल होने से डेढ़ घंटे खड़ी रही। बेरछा स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी के इंजन से मालवा एक्सप्रेस को भोपाल की ओर रवाना किया गया। इंदौर से चलकर उज्जैन से रवाना हुई मालवा एक्सप्रेस ट्रेन की दोपहर 2.30 बजे ताजपुर और तराना के बीच अचानक ओवरहेड इलेक्ट्रिक लाइन ट्रिप हो गई। 2.50 बजे मालवा एक्सप्रेस का पावर फेल हो गया। करीब डेढ़ घंटे तक ट्रेन खड़ी रही। इस दौरान काफी देर तक यात्री परेशान होते रहे। फिर रेलवे विभाग ने बेरछा रेलवे स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी का इंजन मालवा एक्सप्रेस में लगाया और ट्रेन को भोपाल की और रवाना किया।
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