नई दिल्ली (New Delhi) । सूर्य ग्रहण (Solar Eclispe 2024 ) का बहुत ही अधिक ज्योतिषीय व वैज्ञानिक महत्व होता है है। ग्रहण का देश-दुनिया पर शुभ व अशुभ दोनों तरह का प्रभाव (auspicious and inauspicious effects) पड़ता है। जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य (Moon, Earth and Sun) के बीच से गुजरता है तो इस स्थिति में सूरज की रोशनी धरती पर नहीं पहुंच पाती है। इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। 8 अप्रैल 2024, सोमवार को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा। भारतीय समयानुसार रात में 9 बजकर 12 मिनट पर सूर्यग्रहण शुरू होगा और मध्य रात्रि में 1 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगा। यह ग्रहण बेहद ही दुर्लभ होगा। ग्रहण के कारण 7.5 मिनट तक सूर्य दिखाई ही नहीं देगा। इससे पहले 1973 में सूर्य इतनी देर तक नहीं दिखाई दिया था और यह ग्रहण अफ्रीकी महाद्वीप पर दिखाई दिया था।
अखबार की भविष्याणी होगी सच- संयुक्त राज्य अमेरिका में ओहियो स्थित एक अखबार ने 1970 में ही भविष्यवाणी की थी कि उत्तरी अमेरिका और मध्य अमेरिका में 8 अप्रैल, 2024 को पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। अखबार की यह फोटो सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रही है। पोस्ट पर यूजर्स कई तरह के कमेंट्स कर रहे हैं। कई यूजर्स को भरोसा ही नहीं हो रहा है कि ये भविष्यवाणी कैसे सच हो रही है।
Ohio newspaper from 1970 forecasting this year’s April 8 solar eclipse.
[📸 u/Fleegle1834] pic.twitter.com/KpMpT9kYUT
— Massimo (@Rainmaker1973) March 19, 2024
एक यूजर ने लिखा, “वाह, 1970 के एक अखबार को इस साल के सूर्य ग्रहण की भविष्यवाणी करते हुए देखना आकर्षक है। इतिहास खुद को मंत्रमुग्ध कर देने वाले तरीकों से दोहराता है।”
विज्ञान के अनुसार हर कई सालों बाद ऐसा सूर्यग्रहण देखने को मिलता है। इस स्थिति में पृथ्वी का एक भाग में पूरी तरह से अंधेरा हो जाता है। इस समय चंद्रमा, पृथ्वी के सबसे निकट आ जाता है। इस सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं।
यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। जिस वजह से सूतक काल भी मान्य नही होगा।
यहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण- अमेरिका, कनाडा, न्यूफाउंडलैंड के कुछ हिस्सों में इस ग्रहण को अच्छे से देखा जा सकता है।
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