- फेसिलिटी सेन्टर एवं महाकाल मंदिर के अन्य कार्य 15 अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश
- रूद्रसागर का कार्य बारिश समाप्त होने के तुरंत बाद प्रारंभ किया जाए
उज्जैन। कलेक्टर ने स्मार्ट सिटी के अधिकारी एवं यूडीए के इंजीनियरों को निर्देश देते हुए कि स्मार्ट सिटी के फेज 1 के कार्य 15 अगस्त तक पूरा कर लिए जाए।
कलेक्टर आशीष सिंह ने स्मार्ट सिटी के अधिकारी एवं यूडीए के इंजीनियर्स को निर्देश दिये हैं कि वे स्मार्ट सिटी के फेज-1 के कार्य 31 अगस्त तक तथा महाकाल मन्दिर में श्रद्धालुओं के लिए विकसित किये जा रहे फेसिलिटी सेन्टर व अन्य कार्यों को 15 अगस्त तक पूर्ण कर मन्दिर को हैंड ओवर करें। कलेक्टर ने मृदा फेज-2 के कार्यों के टेण्डरिंग के कार्य आगामी 15 दिन में पूर्ण करने के लिये कहा है। बैठक में नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक, एडीएम संतोष टैगोर, एसडीएम संजीव साहू एवं अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि मृदा फेज-2 में मन्नत गार्डन वाली भूमि पर मियावाकी पद्धति से पौधारोपण, बाउंड्री वाल बनाने तथा नदी की ओर से प्रोटेक्शन वाल बनाने का कार्य होना है। इसकी टेण्डरिंग आगामी सात दिनों में करने को कहा। महाराजवाड़ा के संरक्षण एवं जीर्णोद्धार तथा लैंड स्केपिंग के कार्य के लिये कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये गये। इसी तरह महाकाल मन्दिर में इमरजेंसी इंट्री व एक्जिट के कार्य का टेण्डर भी सात दिन में जारी किए जाएं। बड़ा गणेश के पास वाली गली वाले मकानों के अवार्ड फायनल करने के निर्देश एसडीएम को कहा। बैठक में जानकारी दी गई कि त्रिवेणी से चारधाम मार्ग में बारिश के पानी की निकासी सीवरेज लाइन, वाटर सप्लाई लाइन आदि का 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। रोड, पाथवे व केबल, पेंचवर्क का कार्य भी पूर्ण हो चुका है। आगामी 31 अगस्त तक उक्त रोड बनकर तैयार हो जाएगा। चारधाम-हरसिद्धि मार्ग पर भी तेजी से कार्य हो रहा है। कलेक्टर द्वारा यह कार्य भी 31 अगस्त तक ही पूर्ण करने को कहा गया। बैठक में मृदा फेज-2 के तहत रूद्र सागर से रामघाट को जोडऩे वाले मार्ग एवं रामघाट के संरक्षण व संवर्धन की योजना प्रस्तुत की गई। कलेक्टर ने बॉम्बे धर्मशाला, बड़ा गणेश मन्दिर रोड तथा त्रिवेणी संग्रहालय की पार्किंग के सामने पार्किंग विस्तार के लिये आवश्यक जमीन अधिग्रहण की कार्यवाही करने को कहा गया। बैठक में बताया गया कि मृदा फेज-1 के तहत बड़े रूद्र सागर की खाली जमीन पर लैंड स्केपिंग, प्लांटेशन, म्युरल आर्ट, सरफेज पार्किंग आदि कार्य पूर्ण हो चुके हैं। बड़े एवं छोटे रूद्र सागर की सफाई एवं अन्य कार्य बारिश के बाद तुरन्त हाथ में लेने के लिये निर्देशित किया गया।