कहा, ई-कॉमर्स को मात देने के लिए व्यापार का मजबूत विकल्प बनेगा सोशल कॉमर्स
नई दिल्ली (New Delhi)। भारत (India) में सोशल कॉमर्स (Social Commerce), ई-कॉमर्स (E-Commerce) से भी बड़ा बिजनेस वर्टिकल (Big business vertical) बनकर उभर रहा है। कन्फेडरेशेन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेंडर्स (कैट) (Confederation of All India Traders – CAIT) का कहना है कि साल 2026 तक सोशल कॉमर्स कारोबार, ई-कॉमर्स को काफी पीछे छोड़ देगा।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने रविवार को कहा की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की व्यापक पहुंच एवं मजबूत आधार के जरिए देशभर में सोशल कॉमर्स तेजी से ई-कॉमर्स का एक बड़ा विकल्प बनता जा रहा है। यह खासतौर पर व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम के जरिए बड़े पैमाने पर सोशल कॉमर्स व्यापारियों में फैलता जा रहा है।
खंडेलवाल ने कहा कि भारत में सोशल कॉमर्स का मौजूदा बाजार आकार 8 बिलियन डॉलर के करीब है, जिसका 2030 में लगभग 85 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देशभर में व्यापारियों एवं ग्राहकों के बीच सोशल कॉमर्स का चलन तेजी से बढ़ रहा है, उसको देखते हुए यह आंकड़ा बहुत जल्दी पार कर जाएगा।
कैट महामंत्री ने कहा कि वर्तमान में भारत में व्हाट्सएप पर 75 करोड़, फेसबुक पर 37 करोड़ और इंस्टाग्राम पर 33 करोड़ उपयोगकर्ता हैं, जो ई-कॉमर्स की तुलना में बहुत बड़ी संख्या है। वहीं, भारत में करीब 100 करोड़ से अधिक स्मार्ट फोन उपयोगकर्ता हैं। ये स्मार्ट फोन का उपयोग कर सोशल कॉमर्स के माध्यम से प्रमुख विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों की गड़बड़ियों को हराने की ताक़त रखता है। इस लिहाज से वर्ष 2026 तक सोशल कॉमर्स ई- कॉमर्स से कहीं ज्यादा बड़ा डिजिटल कॉमर्स बनकर उभरेगा।
खंडेलवाल ने कहा कि ऐसे में कैट ने सरकार से ई-कॉमर्स नीति और नियमों को तुरंत लागू करने की पुरजोर मांग की है। दूसरी तरफ सोशल कॉमर्स को सबसे बड़ा डिजिटल व्यापार का जरिया बनाने का फैसला किया है। यह व्यापार परिदृश्य और विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों के कदाचार को हराने के लिए एक प्रभावी उपकरण साबित होगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान के पहले चरण में पिछले 9 महीनों के दौरान 10 लाख से ज्यादा व्यापारियों को व्हाट्सएप बिजनेस ऐप का उपयोग करने के लिए सक्षम बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि अगले चरण में भारत के 29 राज्यों में एक करोड़ से अधिक व्यापारियों को सोशल कॉमर्स से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। कैट और मेटा की यह साझेदारी व्यापारियों और व्यवसायों को अधिक व्यापक रूप से ग्राहक संख्यान का आधार बनाने, व्यवसाय को बढ़ाने और भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में ज्यादा योगदान देने में मदद करेगी। मेटा के अलावा कैट भारत के व्यापारिक समुदाय को व्यापक सोशल कॉमर्स प्रदान करने के लिए अन्य टेक्नोलॉजी कंपनियों को साथ में जोड़ेगा। देश के प्रत्येक बाजार में सोशल कॉमर्स की गूंज पहुंचाने के लिए कैट पूरे देश में 45 हजार से अधिक व्यापार एसोसिएशंस के ज़रिए इसको देश के कोने-कोने में पहुंचाएगा।
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