जबलपुर। वैसे तो मध्य प्रदेश में नर्मदा के कछार (gorges of narmada) में एक से बढ़कर एक आमों की फैसलें पैदावार की जा रही हो, लेकिन कुछ आम ऐसे हैं भी जो देश से लेकर दुनियाभर में अपना परचम लहरा रहे हैं। जैसे नूरजहां (noorjahan) एक ऐसा आम जो पेड़ में आते ही बुक हो जाता है, जबकि ”ताईयो नो तमागो” भी इसी तरह है।
बता दें कि नर्मदा किनारे बसे जबलपुर शहर से सटे डगडगा हिनौता के एक बगीचे में जापानी किस्म के आम ‘ताईयो नो तमागो’ की महक मुंबई तक पहुंच रही है। दुनिया के सबसे मंहगे आम ‘टमेगो’ को लेकर चर्चा में है। टमेगो आम दुनिया का सबसे मंहगा आम बताया जाता है। इस आम की कीमत दो लाख से ऊपर होती है। ये आम खासतौर के वातावरण में जापान जैसे देश में होता है, लेकिन अब ये आम खुले वातावरण में जबलपुर के चरगंवा रोड पर स्तिथ हिनौता ग्राम में उगाया जा रहा है।
संकल्प परिहार नामक किसान द्वारा लगभग 4 एकड़ के खेत में एक दर्जन से अधिक प्रजातियों के आमों की खेती की जा रही है, उन्ही आमों में टमेगो को भी लगाया गया है। पिछले कई सालों से संकल्प परिहार टमेगो को लगाने की कोशिश कर रहे थे।
जबलपुर शहर से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हिनौता ग्राम में संकल्प परिहार अपने पूर्वजों के खेतो में तरह-तरह की खेती कर रहे हैं। कुछ साल पहले संकल्प ने जापान देश के चर्चित और मंहगे आम टमेगो के पौधों को लगाया था। 2021 में टमेगो के पौधे, पेड़ बने तो उसमें आम लगना शुरू हुआ। जून 2021 में टमेगो आम जब लोगों के सामने आया तो सभी आश्चर्य में पड़ गए। जापान जैसे देश में ग्रीन हाउस में उगाये जाने वाला दुनिया का सबसे मंहगा आम टमेगो जबलपुर में बिना किसी ग्रीन हाउस के खुले वातावरण में लगाया गया। जबलपुर के टमेगो आम की चर्चा पूरे देश में होने लगी। भारत के विभिन्न प्रांतो के लोग संकल्प परिहार से टमेगो आम के बारे चर्चा करने लगे।
पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष देश में भीषण गर्मी पड़ रही है। इस भीषण गर्मी से जनजीवन भी अस्त-वयस्त हो गया है। जबलपुर में पड़ रही भीषण गर्मी ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जबलपुर में 40 से 44 डिग्री तक तापमान में तेजी देखी जा रही है। इस भीषण गर्मी का प्रभाव दुनिया के सबसे मंहगे आम टमेगो पर भी देखने को मिल रहा है। भीषण गर्मी से बचाने के लिए संकल्प परिहार ने टमेगो और मियाजाकी जैसे आमों पर ग्रीन नेट लगा रखा है ताकि आमों को भीषण गर्मी से बचाया जा सके।
दुनिया का सबसे मंहगा आम इस भीषण में भी सरवाइव कर रहा है। तेज चिलचिलाती धूप में भी इस बार पिछले साल की अपेक्षा अधिक टमेगो आम पेड़ों पर लगे हैं। जून माह में टमेगो आम अपने मूल रूप में आएगा। टमेगो आम खाने में बहुत ही मीठा और स्वादिष्ट होता है। इस आम की खासियत ये है की इस आम में गुठली और रेशे नहीं होते हैं। एक अकेले आम का वजन एक किलो से 2 किलो तक होता है। जून माह में जब टमेगो आम अपने मूल रूप में आएगा तब इसको देखना और भी शानदार होगा। फिलहाल टमेगो आम भीषण गर्मी में अपने अस्तित्व को बचाने में लगा हुआ है।
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