नई दिल्ली। देश को ऑक्सीजन संकट से उबारने के लिए वायुसेना के परिवहन विमान 24 घंटे देश-विदेश की उड़ान पर हैं। वायुसेना के परिवहन विमानों ने अबतक देश-विदेश की 571 उड़ानें भरी हैं। करीब 1067 घंटे की उड़ानों में वायुसेना ने 316 ऑक्सीजन टैंकर और 77 कंटेनर एयरलिफ्ट किये हैं। वायुसेना ने 60 से अधिक विमानों और हेलीकॉप्टरों को ‘कोविड टास्क’ पर लगाया है। भारतीय वायुसेना ने इस ऑपरेशन को संचालित करने के लिए पालम एयर बेस पर कोविड एयर सपोर्ट मैनेजमेंट सेल बनाया है।
भारतीय वायुसेना के परिवहन बेड़े को 24 घंटे की तत्परता के साथ कोविड-19 की दूसरी लहर का मुकाबला करने के लिए तैनात किया गया है। इस समय वायुसेना के 60 से अधिक परिवहन विमान और हेलीकॉप्टर देश-विदेश की उड़ान भर रहे हैं। प्रवक्ता के मुताबिक 8 सी-17 ग्लोब मास्टर, चार आईएल-76, आठ सी-130 हरक्युलिस, 20 एएन-32, एक डीओ-228 डोर्नियर विमान और 20 हेलीकॉप्टरों को कोविड टास्क पर लगाया गया है। इन विमानों ने अब तक देश-विदेश की कुल 571 उड़ानें भरी हैं जिनमें 501 घरेलू और 70 विदेशी हैं। इस तरह वायुसेना के विमान 1067 घंटे हवा में रहे जिसमें 743 घंटे घरेलू और 324 घंटे अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में गुजारे हैं।
अब तक देश और विदेश से कुल 6317 टन वजन ढोया
वायुसेना ने अब तक सिंगापुर, थाईलैंड, दुबई, फ्रैंकफर्ट, जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, यूएई, इजराइल, फ्रांस, बेल्जियम देशों तक उड़ानें भरी हैं। इंडोनेशिया से आईएल-76 विमान ने क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनरों को एयरलिफ्ट किया है। इसी तरह फ्रांस से ऑक्सीजन जेनरेटरों का एयरलिफ्ट किया गया है। एक सी-17 ग्लोबमास्टर जर्मनी से चिकित्सा सामग्री लेने गया है। इजरायल से क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनरों और चिकित्सा सामग्री को सी-17 विमान ने एयरलिफ्ट किया है। आईएल-76 ने सिंगापुर से पानागढ़ तक कंटेनर पहुंचाए हैं। भारतीय वायुसेना के एएन-32 और सी-130 हरक्युलिस विमानों से पूरे देश भर में ऑक्सीजन टैंकरों, क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनरों, ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स, वेंटिलेटर, दवाओं और आवश्यक कोविड 19 चिकित्सा उपकरणों को एयरलिफ्ट करके पहुंचाया जा रहा है। विमानों ने अब तक देश और विदेश से कुल 6317 टन वजन ढोया है।
कोविड एयर सपोर्ट मैनेजमेंट सेल
भारतीय वायुसेना ने पालम एयर बेस पर कोविड एयर सपोर्ट मैनेजमेंट सेल (सीएएसएमसी) बनाया है। इस प्रकोष्ठ का प्राथमिक कार्य विदेशों से आने वाली सभी राहत सहायता के वितरण के लिए कुशलतापूर्वक समन्वय करना है। यह सेल 24 घंटे चालू रहता है।ऑपरेशंस पूरा करने के लिए मैनपावर, ग्राउंड हैंडलिंग एवं लोडिंग उपकरण तथा फ्लैट टॉप ट्रेलर और फोर्क लिफ्टर जैसे वाहनों को शामिल किया गया है। देश भर में शॉर्ट नोटिस पर भार वहन के लिए 28 अप्रैल से पालम में एक सी-130 हरक्युलिस और दो एएन-32 परिवहन विमान संचालित हो रहे हैं। विभिन्न हितधारकों के बीच समन्वय को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए पिछले माह 29 अप्रैल को इस तरह के आपात एयरलिफ्ट के लिए मॉक ड्रिल भी आयोजित की गई थी।
कोविड एयर सपोर्ट मैनेजमेंट सेल लगातार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कोविड सचिव, हिंदुस्तान लेटेक्स लिमिटेड (एचएलएल) और इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी (आईआरसी) जैसे सभी महत्वपूर्ण हितधारकों के साथ संचार संपर्क में है। इसके अलावा कस्टम और वेयरहाउसिंग से जुड़े मुद्दों पर दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल), एयर इंडिया एसएटीएस तथा वायु सेना मूवमेंट लाएज़न इकाई के साथ एक बैठक भी की गई है।
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