श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में कड़ाके की ठंड (Severe cold in Jammu and Kashmir) जारी है। इसी बीच श्रीनगर (Srinagar) में मंगलवार को तापमान शून्य से नीचे 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि जम्मू में 2.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ ही इस मौसम की अब तक की सबसे ठंडी रात (coldest night) रही। जम्मू संभाग में धुंध का कहर जारी है। मंगलवार को भी जम्मू शहर में 12 बजे तक धुंध ने वाहनों के पहियों की रफ्तार को धीमा रखा। इस दौरान पहाड़ी इलाकों में कोहरा लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है। धुंध के कारण दृश्यता में भी कमी आई है।
मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि 30 दिसंबर तक आमतौर पर बादल छाए रहने और 29-30 दिसंबर के दौरान उत्तर, उत्तर-पश्चिमी और मध्य कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में रुक-रुक कर हल्की बर्फबारी की उम्मीद है। श्रीनगर में पिछली रात के तापमान शून्य से नीचे 3.5 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। अधिकारी ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी के लिए तापमान सामान्य से 2.7 डिग्री सेल्सियस कम था। श्रीनगर में 25 दिसंबर को इस सीजन का अब तक का सबसे ठंडा तापमान देखा गया जब पारा शून्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया।
जम्मू में पिछली रात के 4.5 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से 4.9 डिग्री सेल्सियस कम था और जम्मू-कश्मीर की शीतकालीन राजधानी के लिए अब तक की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई। मंगलवार सुबह 50 मीटर की दृश्यता के साथ धुंध में घिरी रही।
बनिहाल में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 1.9 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 1.4 डिग्री सेल्सियस नीचे), बटोत में 2.2 डिग्री सेल्सियस (सामान्य), कटरा में 6.9 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 0.3 डिग्री सेल्सियस अधिक) और भद्रवाह में शून्य से नीचे 0.2 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 0.4 डिग्री सेल्सियस अधिक) दर्ज किया गया। .
लद्दाख के लेह और कारगिल में न्यूनतम तापमान क्रमश शून्य से नीचे 11.0 डिग्री सेल्सियस और 10.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कश्मीर चिल्लई-कलां के अधीन है। 21 दिसंबर से शुरू हुई 40 दिनों की कड़ाके की सर्दी की अवधि अपनी प्रारंभिक अवस्था में है। इसके बाद 20 दिन की लंबी अवधि चिल्लई-खुर्द होती है, जो 30 जनवरी से 19 फरवरी के बीच होती है और 10 दिन की लंबी अवधि चिल्लई-बच्चा (बेबी कोल्ड) होती है, जो 20 फरवरी से 1 मार्च तक होती है। एजेंसी/हिस
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