नई दिल्ली: महादेव बेटिंग ऐप मामले (Mahadev App Case) में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का (Bhupesh Baghel) नाम सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smiriti Irani) ने आज कांग्रेस (Congress) और बघेल पर जमकर निशाना साधा है. स्मृति ईरानी ने कहा कि ‘कांग्रेस पार्टी हवाला ऑपरेटरों का इस्तेमाल कर छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ रही है. छत्तीसगढ़ पुलिस और आंध्र प्रदेश बीजेपी के प्रशासनिक दायरे में नहीं आते हैं. तो क्या भूपेश बघेल अपनी ही सरकार पर सवाल उठा रहे हैं?’ ईरानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के चुनाव खर्चों की फंडिंग करने के लिए अवैध सट्टेबाजी संचालकों के हवाला कारोबार और दुबई से आने वाले अवैध धन के उपयोग के संबंध में सबसे चौंकाने वाले सबूतों में से एक सामने आया है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि ‘चंद्रभूषण वर्मा ने छत्तीसगढ़ पुलिस से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महादेव बेटिंग के प्रमोटर्स और छत्तीसगढ़ की सत्ता में रहने वाले नेताओं के बीच एक मध्यस्थ के रूप में काम करने की बात कबूल की है. उन्होंने 65 करोड़ रुपये की घूस की रकम को संभालने की बात कबूल की है. कई जांच और दर्ज किए गए बयानों से पता चला है 450 करोड़ रुपये की अपराध आय भी जब्त की गई.’ उन्होंने कहा कि मैं भूपेश बघेल से सवाल पूछती हूं कि क्या यह सच है कि गिरफ्तार किए गए असीम दास को पैसे लेने और कांग्रेस पार्टी के चुनावों में मदद करने के निर्देश दिए गए थे?
स्मृति ईरानी ने सवाल उठाया कि क्या यह सच है कि असीम दास को विशेष रूप से भूपेश बघेल को नकदी पहुंचाने के लिए दुबई बुलाया गया था? क्या यह सच है कि बरामद किए गए 5 करोड़ 30 लाख रुपये के अलावा विभिन्न बैंक खातों की जब्ती के परिणामस्वरूप धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के तहत 15 करोड़ 50 लाख रुपये की कुल रकम जब्त कर ली गई है? ईरानी ने आरोप लगाया कि गरीबों का पैसा लूटा गया है और चुनाव फंडिंग के लिए अवैध सट्टेबाजी रैकेट के जरिये इसे भेजा गया है. मुख्यमंत्री रहते हुए भूपेश बघेल अवैध सट्टेबाजी रैकेट में शामिल थे. मामले में गिरफ्तार असीम दास ने महादेव ऐप के जरिये अवैध सट्टेबाजी रैकेट चलाने के लिए बघेल को सुरक्षा के रूप में 508 करोड़ रुपये का भुगतान करना स्वीकार किया है.
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल पर हमला बोलते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि क्या ये सच है कि शुभम सोनी के एक वॉइस मैसेज के माध्यम से ये आदेश दिया गया कि वो रायपुर जाएं और बघेल को चुनाव के खर्चे के लिए पैसा दें? क्या ये सत्य है कि 2 नवंबर को होटल ट्राइडेंट में असीम दास से पैसा बरामद हुआ? क्या ये सत्य है कि अलग अलग बैंक खातों से 15.50 करोड़ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (Prevention Of Money Laundering Act) के तहत फ्रीज किया गया? ये सारे सवाल मैं आज भूपेश बघेल और कांग्रेस के नेतृत्व से कर रही हूं. ईरानी ने कहा कि असीम दास ने अपने बयान में ये माना है कि वो दुबई से आदेशानुसार रायपुर आया और उसे आदेश मिला था कि कांग्रेस के चुनाव खर्च के लिए पैसा दिया जाए. असीम दास ने ये भी यह माना कि महादेव एप के अवैध सट्टा कारोबार का पैसा है. असीम दास ने कबूल किया कि शुभम सोनी महादेव ऑनलाइन एप के टॉप लेवल मैनेजमेंट में शामिल हैं.
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