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    उज्जैन में आदिवासी बच्चों के लिए लगेगी स्मार्ट क्लासें, मिलेगी बस सेवा

  • October 01, 2024

    • सामाजिक संस्थाओं की मदद से अभियान शुरू किया जाएगा

    उज्जैन। अब आदिवासी बच्चों को भी शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों में स्मार्ट बोर्ड, विज्ञान प्रयोगशाला, कम्प्यूटर लैब, पुस्तकालय, बैठने की उचित व्यवस्था, शौचालय सुविधाएँ, स्कॉलरशिप प्रोग्राम, उद्यमिता कक्षाएँ और करियर काउंसलिंग जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएँ प्रदान की है।



    सामाजिक संस्था अवादा फाउंडेशन ने मध्य प्रदेश के बैतूल और उज्जैन जिलों के आदिवासी इलाकों में स्थित स्कूलों के लिए दो स्कूल बसें प्रदान कर शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अभियान शुरू किया है। इन बसों के जरिए 52 गाँवों के सैकड़ों बच्चे, जो स्कूल दूर होने की वजह से पढ़ाई छोडऩे पर मजबूर थे, अब आसानी से स्कूल पहुँच सकेंगे और अपने सपनों की ओर एक कदम और बढ़ा सकेंगे। बस सेवा के बारे में बताते हुए अवादा फाउंडेशन की निदेशक ऋतु पटवारी ने कहा, हम मध्य प्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इन स्कूल बसों के माध्यम से हमने बच्चों को स्कूल पहुँचने में होने वाली दिक्कतों को कम करने की कोशिश की है। हमारा विश्वास है कि शिक्षा ही बच्चों के बेहतर भविष्य की कुंजी है। स्कूल बसें बच्चों को न सिर्फ स्कूल तक ले जाएँगी, बल्कि उनके जीवन में एक नई शुरुआत भी लेकर आएँगी। अब बच्चे समय पर स्कूल पहुँच सकेंगे, जिससे उनकी पढ़ाई पर सकारात्मक असर पड़ेगा। इसके अलावा, बस यात्रा के दौरान बच्चे आपस में बातचीत कर सकेंगे और नए दोस्त बना सकेंगे। अवादा फाउंडेशन कई वर्षों से देशभर में शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा है। फाउंडेशन ने सरकारी स्कूलों का नवीनीकरण कर उन्हें बेहतर शिक्षण वातावरण प्रदान किया है। साथ ही कम्प्यूटर और कोडिंग का विशेष कोर्स भी शुरू किया है, जिसके तहत छात्र आठ महीने में पाँच साल का पाठ्यक्रम पूरा कर सकते हैं। फाउंडेशन ने ‘माइंड ओपनिंग टेक्निकÓ नामक एक अनूठी पहल भी शुरू की है, जिसके तहत स्कूलों की दीवारों पर पाठ्यक्रम को रोचक तरीके से चित्रित किया जाता है, जिससे बच्चे मजेदार और इंटरेक्टिव तरीके से सीख सकें।

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