उज्जैन। स्मार्ट सिटी कंपनी ने ट्रेफिक व्यवस्था सुधारने के लिए शहर के 16 चौराहों पर आधुनिक इंटीग्रेटेड ट्रेफिक सिस्टम लगा रखे हैं। इनमें लगे सीसीटीवी कैमरों में शहर में रोजाना औसतन 300 से 400 लोग रेड लाईट का उल्लंघन करते कैद हो रहे हैं। ऐसे लोगों को स्मार्ट सिटी कंपनी ई चालान भेज रही है। बावजूद इसके कई लोगों चालान नहीं भर रहे। आरटीओ दावा है कि शहर में ऐसे लगभग 2 हजार वाहन चालकों के रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि 17 करोड़ की लागत से आधुनिक ट्रेफिक सिस्टम 16 चौराहों पर लगाए गए हैं। पिछले दो साल से स्मार्ट सिटी कंपनी यातायात पुलिस के साथ मिलकर यह सिस्टम ऑपरेट कर रही है। मुख्य चौराहों पर लगे आधुनिक सीसीटीवी कैमरों में तेज रफ्तार से भागते हुए वाहनों की तस्वीर भी साफ तौर पर ली जा रही है। इसकी मॉनीटरिंग स्मार्ट सिटी कार्यालय में स्थापित कमांड एंड कंट्रोल रूम पर की जा रही है।
कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक उज्जैन शहर में औसतन रोजाना 300 से लेकर 400 तक वाहन चालक कैमरों में ऐसे कैद हो रहे हैं जो रेड लाईट का उल्लंघन करते और नियम तोड़ते पाए जा रहे हैं। ऐसे वाहन चालकों पर 500 रुपए जुर्माना लगाया जा रहा है तथा उनके लायसेंस से जुड़े मोबाइल नंबरों पर ई चालान भेजे जा रहे है। अधिकारियों का कहना है कि कई लोगों के मोबाइल नंबर सही नहीं है और ऐसे लोग जुर्माने की राशि जमा नहीं कराते। ऐसे लोगों की जानकारी आरटीओ कार्यालय लगातार भेजी जा रही है। इधर आरटीओ से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक लगभग 2 हजार वाहन चालकों के वाहन रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की कार्रवाई की जा चुकी है। ऐसे वाहन चालक अब बीमा और अन्य वाहन रजिस्ट्रेशन संबंधी कार्य भी नहीं करा पाएँगे। इधर गलत मोबाइल नंबर वाले वाहन चालकों की सूची भी स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा अलग से तैयार कराई जा रही है। जिन लोगों ने यातायात के नियम तोडऩे के बाद चालान की राशि जमा नहीं की है। ऐसे लोगों की पहचान करने के प्रयास पुलिस के साथ मिलकर की जाएगी।
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