इंदौर। हाईकोर्ट (High Court) के दखल के बाद इंदौरियों को किराना (Grocery) और फल-सब्जी (Fruits and Vegetables) के मामले में तो राहत मिल गई, लेकिन छोटे किराना दुकान वाले आज पसोपेश में नजर आए। उनका कहना था कि वे खुद ही दुकान चलाते हैं तो होम डिलेवरी कैसे करेंगे।
फिलहाल बड़े थोक बाजारों (Wholesale Markets) को बंद ही रखा गया है। इसमें भी किराना दुकान वालों को समस्या हैकि अगर वे थोक दुकानों से माल नहीं लाएंगे तो बेचेंगे क्या? पुराने आदेश के अनुसार ये दुकानें 28 मई तक बंद ही रहेंगी। इसके बाद शनिवार और रविवार का वीकेंड लॉकडाउन रहेगा। यानि इनका फैसला अब सोमवार को ही होगा। दूसरी ओर शहर में हजारों की संख्या में छोटी-छोटी किराना दुकानें हैं, जहां से लोग खरीददारी करते हैं। इन दुकानों पर दुकान संचालक के अलावा एक अन्य कर्मचारी होता है। इन दुकानों के संचालकों का कहना है कि हम सामान बेचें या घर-घर जाकर डिलीवरी करें? ऐसा कोई सिस्टम भी नहीं बना है, जिससे लोग हमें ऑनलाइन आर्डर लेकर उनके घर तक होम डिलेवरी देने जाए। छोटे व्यापारियों का कहना है कि जिला प्रशासन को हमारे बारे में भी सोचना था। इससे तो कंपनियों के सुपर मार्केट और मॉल को ही लाभ होगा। आज सुबह कुछ दुकानें तो खुली, लेकिन निगम और पुलिस के कर्मचारियों ने उन्हें बंद करवा दिया। कई जगह दुकानों का आधा शटर गिराकर सामान बेचा गया।
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