नई दिल्ली । कोरोना वायरस (Corona virus) की तीसरी डोज (Third dose) के लिए लाभार्थियों को स्लॉट बुक करने की जरूरत नहीं पड़ेगी (Slot will not have to be booked) । वे 10 जनवरी, 2022 से सीधे टीका केंद्र पहुंचकर (Walk-in) के जरिए वैक्सीन लगवा सकेंगे (Will be able to get the Vaccine) । यह जानकारी शुक्रवार (सात जनवरी, 2022) को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सूत्रों ने दी।
मंत्रालय के सूत्र ने बताया, “कोविन ऐप (CoWIN App) पर नए रजिस्ट्रेशन की कोई जरूरत नहीं है। जिन लोगों ने कोविड-19 के टीके की दो खुराक ले ली हैं, वे सीधे अप्वॉइंटमेंट ले सकते हैं या किसी भी टीकाकरण केंद्र में चले जा सकते हैं।” उन्होंने आगे कहा- ऑनलाइन अप्वॉइंटमेंट सुविधा शनिवार यानी आठ जनवरी, 2022 की शाम से शुरू होगी। साइट पर अप्वॉइंटमेंट के साथ टीकाकरण 10 जनवरी से शुरू होगा।
तीसरी यानी कि “एहतियाती खुराक” तीन प्राथमिकता वाले समूह को फिलहाल दी जानी है। इसमें स्वास्थ्य कर्मचारी, फ्रंटलाइन वर्कर्स और को-मॉर्बिडिटी (गंभीर बीमारियों से ग्रसित) वाली 60 से अधिक आबादी शामिल है। यह दूसरा टीका लेने के 39 सप्ताह बाद अपनी तीसरी “एहतियाती खुराक” के लिए पात्र हैं। ये ऑनलाइन अप्वॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं या फिर किसी भी टीकाकरण केंद्र में जाकर तीसरी खुराक पा सकते हैं।वैसे, इस हफ्ते की शुरुआत में केंद्र ने कहा था कि “एहतियाती” खुराक पहली दो खुराक के समान होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि टीकाकरण के लिए को-मॉर्बिडिटी साबित करने के लिए 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डॉक्टर के पर्चे या चिकित्सा प्रमाण पत्र प्रदान करने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी।
इस बीच, हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक (जिसकी वैक्सीन कोवैक्सिन फिलहाल किशोरों को दी जा रही है) ने बुधवार को कहा था कि कोवैक्सिन का टीका लगने के बाद किसी भी पैरासिटामॉल या पेनकिलर (दर्द निवारक गोली) की सिफारिश नहीं की जाती है।
भारत बायोटेक ने ट्वीट कर कहा, “हमें प्रतिक्रिया मिली है कि कुछ टीकाकरण केंद्र बच्चों के लिए कोवैक्सिन के साथ तीन पैरासिटामॉल 500 मिलीग्राम टैबलेट लेने की सिफारिश कर रहे हैं। कोवैक्सीन का टीका लगने के बाद किसी भी पैरासिटामॉल या दर्द निवारक की सिफारिश नहीं की जाती है।”
उधर, कोरोना के सबसे ताजा स्वरूप ओमिक्रॉन का चार घंटे से कम समय में पता लगाने वाली भारत की पहली घरेलू परीक्षण किट ओमिश्योर (Omisure) को हाल ही में भारत के औषधि महानियंत्रक से मंजूरी मिली है। पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रमुख गिरिधर आर बाबू ने डाउन टू अर्थ को बताया, “यह देश में किए गए अन्य सभी आरटी-पीसीआर की तरह एक नियमित परीक्षण है।” यह किट चार घंटे से कम समय में डेल्टा, अल्फा और अन्य वेरिएंट से नोवेल कोरोनावायरस के ओमाइक्रोन स्ट्रेन को अलग कर सकती है। इसे आईसीएमआर की साझेदारी में मुंबई के टाटा मेडिकल एंड डायग्नोस्टिक्स लिमिटेड (TATA MD) द्वारा विकसित आरटी-पीसीआर किट का पता लगाने वाला एक ओमाइक्रोन है।
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