नागदा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं का गुरुवार को एसडीएम कार्यालय पर जमकर गुस्सा फूटा। विभिन्न मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपने के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं ने सरकार के तुगलकी आदेश को जमकर कोसने के साथ अपनी पीड़ा भी व्यक्त की। आंदोलन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका महासंघ के तत्वावधान में था, जिसके तहत कार्यकर्ताएं बिरला मंदिर से एसडीएम कार्यालय तक रैली के रुप में पहुंची, जिसमें सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। इसके बाद सीएम शिवराजसिंह चौहान के नाम एसडीएम आशुतोष गोस्वामी को ज्ञापन सौंपा गया।
महासंघ के संभागीय प्रमुख रामलाल पंड्या ने बताया कार्यकर्ताओंं व सहायिकाओं को मार्च व अप्रैल का मानदेय नहीं मिला है, जिससे कार्यकर्ताओं को अपना घर खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। ऊपर से एडॉप्ट इन कार्यक्रम के तहत परियोजना अधिकारी व पर्यवेक्षक आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर खिलौने व अनाज लाने का दबाव बना रहे हैं। ऐसा करना भीख मांगने से कम नहीं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने बताया टीएचआर के पैकेट खराब क्वालिटी के आते है। इसमें खिचड़ी के पैकेट से तेल पटकता है तो हलवा व बाल आहार में बालु रेत निकलती है। जिसे हितग्राही लेने से मना कर देते है। इसके अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को हर महीने 500 रुपए स्टेशनी व्यय के रुप में दिए जाएंगे। कोरोनाकाल की प्रोत्साहन राशि दस हजार रुपए भी आज तक नहीं मिली। ज्ञापन का वाचन सत्यनारायण शर्मा ने किया। इस मौके पर अशोक गुर्जर, राजकुमार सिसौदिया, वीरेंद्रसिंह चौहान, कृष्णासिंह तंवर, मंजू गुर्जर, सविता जिनवाल, मीना खीचर, सुनीता, संगीता राठौर, भारती विश्वकर्मा, मधु जाट, चंद्रप्रभा यादव आदि मौजूद थे।
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