जयपुर (Jaipur)। राजस्थान (Rajasthan) में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव (assembly elections) होने हैं। चुनावों से पहले पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Former CM Vasundhara Raje) ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। शनिवार को अपने जन्मदिन से चार दिन पहले (four days before birthday big meeting) आयोजित एक कार्यक्रम में वसुंधरा राजे ने बड़ी सभा को संबोधित किया। भारी भीड़ अपने नेता को देखने के लिए आई थी। वसुंधरा राजे के साथ भाजपा के कई नेता, विधायक और सांसद भी मौजूद थे। राजस्थान की दो बार की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Former Chief Minister Vasundhara Raje) ने अपने समर्थकों का अभिवादन किया। बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं खड़े होकर नारे लगा रहे थे।
उनके नारों में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को एक खास संदेश छिपा था। लोग “केसरिया में हरा हरा, राजस्थान में वसुंधरा”, “वसुंधरा जी राज करो” अबकी बार, वसुंधरा सरकार” जैसे नारे लगा रहे थे। दरअसल ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा वसुंधरा राजे के नेतत्व में चुनाव लड़ना नहीं चाहती। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश भाजपा में नेतृत्व को लेकर खींचतान जारी है। इसी खींचतान के बीच राजे मंदिरों के शहर चूरू जिले के सालासर में थीं। इस दौरान उन्होंने विशाल शक्ति प्रदर्शन किया।
“राजस्थान की शेरनी आ गई है”
इस रैली को बड़ी ही चतुराई से तय किया गया था। दरअसल 8 मार्च को वसुंधरा राजे का 70वां जन्मदिन है। इसी दिन होली भी है। उनके समर्थक अभी से जश्न मना रहे हैं। हालांकि उनके समर्थकों ने कहा कि यह एक जन्मदिन का कार्यक्रम था, इसके राजनीतिक महत्व और संदेश का कोई अर्थ न निकाला जाए। चुरू से भाजपा के लोकसभा सांसद राहुल कस्वां ने कहा, “आज राजस्थान के भविष्य की नई नींव रखी जाएगी। साढ़े चार साल से सोई इस कांग्रेस सरकार को जगाने के लिए राजस्थान की शेरनी आ गई है। जयपुर से दिल्ली तक एक ही आवाज जानी चाहिए- वसुंधरा की जय!”
वसुंधरा मना रही थीं जन्मदिन, भाजपा कर रही था विरोध
यहां दिलचस्प बात ये है कि जब सालासर में राजे का जन्मदिन मनाने का कार्यक्रम हो रहा था, उसी वक्त जयपुर में भाजपा के युवा मोर्चा द्वारा परीक्षा पेपर लीक को लेकर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। इसमें राजे के जाने-माने प्रतिद्वंद्वी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया भी शामिल हुए थे। सालासर में राजे से मिलने जाने से पहले दोपहर में जयपुर में भाजपा के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। सालासर में राजे का भाषण राजनीतिक संदेश, धार्मिक प्रतीकवाद और गहलोत सरकार पर बेरोकटोक हमले का मिश्रण था।
संतों और धार्मिक नेताओं के लिए एक अलग गैलरी स्थापित की गई थी, जो पूरे कार्यक्रम में वहां मौजूद रहे, जबकि संगीतकारों के एक समूह ने प्रसिद्ध सालासर मंदिर में भगवान हनुमान के एक रूप सालासर बालाजी की प्रशंसा में भजन गाए। समर्थकों को संबोधित करने से पहले राजे ने सालासर बालाजी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
“हमारी नेता वसुंधरा जी हैं”
एक रिपोर्ट के मुताबिक, सभा के बीच बैठे नागौर जिले के डीडवाना के एक गांव के सरपंच श्रवण राम बिजारनिया ने विश्वास जताया कि राजे तीसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगी। बिजारनिया वसुंधरा राजे के करीबी यूनुस खान के गृह क्षेत्र से हैं। उन्होंने कहा, “हम यूनुस खान के समर्थक हैं। वसुंधरा जी के कारण आज यहां डीडवाना के करीब 20-25 हजार लोग आए हैं। हमें विश्वास है कि भाजपा सत्ता में आएगी और वसुंधरा जी तीसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगी। मैं जाट हूं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया जैसा हूं, लेकिन हमारी नेता वसुंधरा जी हैं।”
2018 के चुनावों में, भाजपा ने यूनुस खान को डीडवाना से टिकट देने से इनकार कर दिया। खान को तब राजे मंत्रालय में नंबर दो के रूप में माना जाता था। उन्हें भाजपा ने तत्कालीन राज्य कांग्रेस प्रमुख सचिन पायलट के खिलाफ टोंक से मैदान में उतारा था। 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार खान पायलट से 54,000 से अधिक वोटों से हार गए थे।
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