नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) ने लोकसभा चुनाव 2024 (lok sabha election 2024) के लिए नया नारा दिया (gave a new slogan) है. कांग्रेस ने चुनाव के ऐलान से ठीक पहले ‘हाथ बदलेगा हालात’ (circumstances will change hands) नारा दिया है. बता दें कि कांग्रेस लगातार केंद्र में शासित मोदी सरकार पर आरोप लगा रही है कि केंद्र सरकार के शासन में देश कई क्षेत्रों में पिछड़ गया है. देश में धर्म और जाति की राजनीति बढ़ गई है. राहुल गांधी ने बीजेपी पर नफरत की राजनीति करने का भी आरोप लगाया है और अब चुनाव से पहले देश की हालात बदलने का नारा दिया है.
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने से पहले भी कांग्रेस ने नया नारा दिया था. इसके पहले राहुल गांधी की यात्रा का नाम भारत जोड़ो यात्रा थी, लेकिन इस बार राहुल गांधी की यात्रा के साथ न्याय यात्रा भी जोड़ दी गई है. अब कांग्रेस ने चुनाव से पहले नया नारा दिया है.
बता दें कि कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा अब महाराष्ट्र पहुंच गई है. शुक्रवार को महाराष्ट्र के ठाणे में राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शनिवार को मुंबई पहुंच जाएगी. रविवार को वह मुंबई में बड़ी रैली को संबोधित करेंगे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुंबई की रैली में समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, आरजेडी के तेजस्वी यादव, नेशनल कान्फ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला, डीएमके के नेता और तमिलनाडु के सीएम स्टालिन, उद्धव ठाकरे शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे, एनसी शरदचंद्र पार्टी के नेता शरद पवार, झारखंड के सीएम चंपई सोरेन और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन और भाकपा (माले) के नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने शामिल होने पर कांग्रेस को हामी भर दी है.
सूत्रों के अनुसार तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने निमंत्रण का जवाब नहीं दिया. कांग्रेस मानती है कि वह नहीं आएंगी. दूसरी ओर, भाकपा के महासचिव डी राजा ने भी निमंत्रण का जवाब नहीं दिया है, लेकिन कांग्रेस को लगता है कि उनकी पत्नी एनी राजा राहुल गांधी के खिलाफ वायनाड से चुनाव लड़ रहीं हैं. इसलिए शायद न आएं. माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने भी निमंत्रण का जवाब नहीं दिया है. कांग्रेस को उम्मीद है कि वो शामिल होंगे. महबूबा मुफ्ती ने कोई जवाब नहीं दिया है. कांग्रेस को लगता है कि कश्मीर में एनसी के साथ सीट बंटवारे को लेकर हल निकलने पर ही आएंगी. अरविंद केजरीवाल अपनी पार्टी से किसी को प्रतिनिधि के तौर पर भेजने पर सहमति दी है.
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