कोलंबो। श्रीलंका में लगातार जारी आर्थिक (Continued economic growth in Sri Lanka) व राजनीतिक संकट के बीच आखिर श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (Sri Lankan Prime Minister Mahinda Rajapaksa) ने इस्तीफा दे दिया है। प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों को उनके समर्थकों का गुस्सा झेलना पड़ा है। यहां तक कि प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के घर में आग लगा दी । महिंदा राजपक्षे के समर्थकों के हमले में पांच लोगों की मोत हो गई और 150 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं। मरने वालों में एक सांसद भी बताया जा रहा है। हिंसा बढ़ने पर कर्फ्यू लगाना पड़ा है।
श्रीलंका में गंभीर आर्थिक संकट के लिए राजपक्षे परिवार को जिम्मेदार मानकर वहां विपक्ष ही नहीं सत्ता पक्ष के तमाम लोग भी प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। महिंदा के इस्तीफे की मांग को लेकर देश में लगातार प्रदर्शन भी चल रहे थे। विपक्ष अंतरिम सरकार की मांग कर रहा था। अब इन मांगों के आगे झुकते हुए प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले प्रधानमंत्री राजपक्षे ने कहा कि वह जनता के लिए ‘कोई भी बलिदान’ देने को तैयार हैं। उनके इस कथन से इन अटकलों को बल मिल गया था कि राजपक्षे जल्द ही इस्तीफा दे देंगे।
अपनी ही पार्टी श्रीलंका पोदुजन पेरामुन (एसएलपीपी) के भीतर इस्तीफा देने के भारी दबाव से जूझ रहे 76 वर्षीय राजपक्षे अब तक इस्तीफा न देने का दबाव बनाने के लिए अपने समर्थकों को एकजुट कर रहे थे। बताया गया कि उनके छोटे भाई राष्ट्रपति गोतबाया रापजक्षे भी उनका इस्तीफा चाहते थे ताकि वह अंतरिम सरकार बनाकर मौजूदा आर्थिक संकट से निपटने का पथ प्रशस्त कर सकें। एजेंसी