जयपुर । राजस्थान में बढ़ते प्रदूषण और ठंड से (Due to increasing Pollution and Cold in Rajasthan) हालात गंभीर हो गए हैं (Situation has become Serious) । खैरथल-तिजारा जिले में प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए पहली से पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों में 20 से 23 नवंबर तक छुट्टी घोषित कर दी गई है। खैरथल के कलेक्टर किशोर कुमार ने आदेश जारी कर अधिकारियों को प्रदूषण नियंत्रण के लिए ग्रैप-4 नियमों को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए।
राजस्थान के भिवाड़ी, करौली और बीकानेर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 के पार पहुंच गया है। भिवाड़ी का मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 326 और सोमवार को 454 दर्ज किया गया। बीकानेर में हालात इतने खराब हैं कि बच्चों को स्कूल में मास्क पहनकर जाना पड़ रहा है। वहीं, 26 जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से अधिक दर्ज हुआ।
खैरथल-तिजारा में प्रदूषण के कारण धुंध छाई रही, जिससे विजिबिलिटी कम हो गई। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) ने 18 नवंबर को ग्रैप की चौथी स्टेज लागू कर दी है। धूल नियंत्रण के लिए पानी का छिड़काव और स्मॉग गन का उपयोग किया जा रहा है। लोग आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई की शिकायत कर रहे हैं।
उत्तर भारत में बर्फबारी के कारण राजस्थान में ठंड ने दस्तक दी है। दिन का अधिकतम तापमान अधिकांश जिलों में 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। जयपुर, अलवर और सीकर जैसे शहरों में दिन के समय हल्की ठंडी हवाएं चल रही हैं। रात का तापमान भी 15 डिग्री सेल्सियस से कम हो गया है। सीकर में न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राज्य में सबसे कम है।
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