ताशकंद/नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री (Union Finance and Corporate Affairs Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को समरकंद (Samarkand) में एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक (एआईआईबी) (Asian Infrastructure Investment Bank (AIIB) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (Board of Governors) की वार्षिक बैठक (Annual Meeting) से पहले उज्बेकिस्तान गणराज्य (Republic of Uzbekistan) के निवेश, उद्योग एवं व्यापार मंत्री लाजीज कुद्रातोव से मुलाकात की। इस दौरान दोनों मंत्रियों के बीच कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई।
वित्त मंत्रालय ने ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी एक बयान में बताया कि केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री ने उज्बेकिस्तान के मंत्री लाजीज कुद्रातोव से मुलाकात की। इस दौरान दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय व्यापार से संबंधित आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की। इसके साथ उन्होंने भारत और उज्बेकिस्तान के बीच विशेष रूप से अक्षय ऊर्जा, उर्वरक, दवा क्षेत्र के क्षेत्रों में द्विपक्षीय निवेश संधि (बीआईटी) के लिए सफल समझौते को भी स्वीकार किया।
मंत्रालय के मुताबिक मुलाकात के दौरान दोनों मंत्रियों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि बीआईटी पर हस्ताक्षर करने से एक-दूसरे के बाजार में निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा, विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवा, आतिथ्य एवं पर्यटन, उच्च शिक्षा, कपड़ा, दवा और कृषि क्षेत्रों में। इसके अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कुद्रातोव ने भारत में डिजिटल भुगतान क्रांति पर भी चर्चा की, जिसमें डिजिटल भुगतान के लिए एक मंच के रूप में रुपे कार्ड और यूपीआई तंत्र शामिल है।
वहीं, कुद्रातोव ने भारत की विकास गाथा की सराहना करते हुए द्विपक्षीय व्यापार और संपर्क को और बढ़ाने पर बल दिया। गौरतलब है कि केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण 24 से 28 सितंबर 2024 तक उज्बेकिस्तान की पांच दिवसीय आधिकारिक दौरे पर हैं। इस दौरान वह एआईआईबी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की 9वीं वार्षिक बैठक में भाग लेंगी। निर्मला सीतारमण के साथ वित्त मंत्रालय के अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी आया है।
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