भोपाल। एक साल बाद भोपाल शहर की जनता को इस रविवार पुन: लॉकडाउन का सामना करना पड़ रहा है। आज सुबह दूध वाले की आवाज तो आई, लेकिन सब्जी के ठेले गायब दिखे। सुबह चाय-नाश्ते के स्टॉल भी नहीं लगे। हालांकि सड़कों पर आवाजाही बनी रही। लॉकडाउन को लेकर पुलिस ने शनिवार रात 10 बजे से ही मोर्चा संभाल लिया था। हर आने-जाने वाले से पूछताछ की जा रही है। जिसने बहाना बनाया, उसे जमकर फटकार पड़ रही है। लॉकडाउन को लेकर लोगों में चिंता की लकीरें नजर रही हैं। पिछले साल इन्हीं दिनों एक दिन का लॉकडाउन लगाया गया था। हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोग भी जागरूक नजर आ रहे हैं और सुबह से अनावश्यक घरों से नहीं निकल रहे हैं। बिना पुलिस की मौजूदगी में सड़कों पर लोग कम ही नजर आ रहे हैं। प्रतिबंधात्मक धारा 144 के तहत यह आदेश कलेक्टर ने जारी किए है। वहीं नियमों का पालन करवाने की कमान डीआइजी भोपाल इरशाद वली के हाथों में सौंपी गई है। कलेक्टर ने आदेश में स्पष्ट कर दिया है कि अनावश्यक रूप से कोई भी घूमता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत एक माह की जेल का प्रावधान है। यदि इस उल्लंघन से कोई मानव जीवन प्रभावित होता है या किसी के स्वास्थ्य को खतरा होता है तो छह माह तक की सजा होने का प्रविधान है।
रात से ही पसरा सन्नाटा
लॉकडाउन के चलते भोपाल शहर में शनिवार रात दस बजे के बाद से ही सन्?नाटा पसर गया। रविवार सुबह भी सड़कें सूनी नजर आईं। प्रशासन के आदेश के तहत शहर में सिर्फ दूध और दवाई की दुकानें खुलने की छूट मिली। सुबह कुछ लोग अपने घरों के आस-पास दूध लेने और मॉर्निंग वाक के लिए भी निकले, लेकिन उनकी संख्या आम दिनों के मुकाबले बहुत ही कम रही।
128 स्थानों पर हुई बैरिकेडिंग
शहर के बाहरी सीमा सहित अंदर भी पुलिस ने करीब 128 स्थानों पर बैरिकेडिंग की है। इसमें पांच से छह बाहरी सीमा में व 23 बीच शहर में और हर थाना क्षेत्रवार पांच-पांच जगहों पर आवाजाही रोकने के लिए बैरिकेडिंग की गई है। वहीं गश्त के लिए टीम तैयार कर ली है, जो अनाउसमेंट कर लॉकडाउन का पालन कराएंगे। इस दौरान ढाई हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों का अमला शहर में जगह-जगह तैनात किया गया है।
पीएससी की परीक्षाएं प्रभावित नहीं होंगी, परीक्षा के लिए शुरू रहेगा परिवहन
शहर में अंदर चलने वाली सिटी बसें तो बंद रहेंगी, लेकिन कुछ निर्धारित स्थानों से पीएससी परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है, ताकि कोई भी परीक्षार्थी लॉकडाउन की वजह से परीक्षा से वंचित न रहे। इन्हें बस, ट्रेन व अन्य वाहनों से आने-जाने में कोई प्रतिबंध नहीं होगा। वहीं परीक्षा कार्य से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी भी लॉकडाउन में बिना रोक-टोक के आ जा सकेंगे।
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