फोन पर बात किसी ने की थी और डिलीवरी देने कोईऔर आया था
इंदौर। दिल्ली (Delhi) के बदमाशों (gangsters) को देसी पिस्टल (pistols) देने वाले सिकलीगरों (Sikligar) की तलाश में गई टीमें खाली हाथ लौट आईं। बताते हैं कि जिस नंबर से संपर्क किया गया था वह किसी और का है, डिलीवरी देने कोई और आया था। हालांकि पुलिस (Police) ने अपने स्तर पर सिकलीगरों का पता लगा लिया है, लेकिन वे फरार हैं।
कुछ दिन पहले क्राइम ब्रांच ने सरवटे बस स्टैंड की एक होटल में रुके दिल्ली के चार बदमाशों साबिर, नवीन, विकास और संजीव को गिरफ्तार कर पांच देसी पिस्टल जब्त की थीं। वहीं सेंधवा पुलिस ने उनके दो साथियों को पकडक़र चार पिस्टल जब्त की थीं। आरोपियों के बताए नंबर के आधार पर पुलिस खरगोन के दो सिकलीगरों की तलाश में गई थी, लेकिन सफलता नहीं मिली। बताते हैं कि ये सिम किसी और के नाम पर लेकर सिकलीगर ने संपर्क किया था। वहीं डिलीवरी देने भी किसी और को भेजा था। इसके चलते पुलिस खाली हाथ रही। हालांकि पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र से दोनों सिकलीगरों की जानकारी जुटा ली है, लेकिन वे घर से फरार हैं। पुलिस का कहना है कि सिकलीगर गुजरात, दिल्ली और कोलकाता की सिम का उपयोग करते हैं। वहीं वे डिलीवरी देने के लिए छोटा-मोटा काम करने वाले व्यक्ति को कुछ पैसा देकर गांव से बाहर भेजते हैं, जिसके चलते वे पुलिस की पकड़ से बच जाते हैं।