img-fluid

पुतिन को युद्ध अपराधी बनाने के लिए घेराबंदी तेज, यूक्रेन पहुंच रहे कई देशों के नेता

April 15, 2022

कीव । रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ( Vladimir Putin) को युद्ध अपराधी बनाने की कवायद तेज हो गई है। इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) के मुख्य अभियोजक करीम खान (kareem khan) यूक्रेन (Ukraine) के बुचा पहुंचे तो वहां के भयावह मंजर को देख यूक्रेन को रूस (Russia) का क्राइम सीन करार दे दिया। वहीं अमेरिका (US) समेत दुनिया के कई देशों ने भी पुतिन को युद्ध अपराधी बनाने के लिए घेराबंदी तेज कर दी है।

आईसीसी के मुख्य अभियोजक ने कहा है कि बुचा में जो हालात है वे इसकी गवाही देते हैं कि पुतिन के निर्देश पर रूसी सेना ने बेगुनाहों, बच्चों और महिलाओं को मौत के घाट उतारा है। खान ने कहा है कि अदालत की फॉरेंसिक टीम झूठ और सच सामने लाएगी। इसके लिए टीम अपना काम कर रही है।

वहीं ऑर्गनाइजेशन फॉर सिक्योरिटी एंड कॉपरेशन इन यूरोप (ओएससीई) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मारियुपोल में रूसी सेना की ज्यादती के पूरे साक्ष्य हैं। महिलाओं के अस्पताल पर हमला साबित करता है कि रुसी सेना की बर्बर कार्रवाई युद्ध अपराध है।



बतादें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन लगातार कह रहे हैं कि पुतिन युद्ध अपराध के आरोपी हैं। अमेरिका ने कहा है कि बुचा नरसंहार मामले में रूस को दोषी ठहराने के लिए जांच एजेंसियों का पूरा सहयोग करेगा। अमेरिका का कहना है कि बुचा नरसंहार रूस की कायरता को दिखाता है। उसने महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों यहां तक की मरीजों को भी नहीं बख्शा है। युद्ध अपराध की जांच करने वाली सभी एजेंसियों और संगठनों की अमेरिका पूरी मदद करेगा।

वहीं, बाल्टिक देशों के चार राष्ट्राध्यक्ष यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे तो वहां के हालात देख आवाक रह गए। सभी ने हालात और रूसी कार्रवाई की निंदा करते हुए यूक्रेन की मदद करने की बात कही है। वहीं युद्ध के मैदान में रूस को बर्बर कार्रवाई के लिए उसे जिम्मेदार ठहराने की भी बात ठानी है। जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक वाल्टर स्टेनर कीव नहीं पहुंचे। इसपर चांसलर ओल्फ स्कोल्ज ने कहा है कि कीव नहीं चाहता था कि स्टेनर वहां आएं।

आंद्रेज डूडा, राष्ट्रपति पोलैंड ने कहा है कि ये युद्ध नहीं आतंकवाद: यूक्रेन में जो हुआ वो युद्ध नहीं आतंकवाद है। ऐसा करने वाले सैनिकों के साथ जिसने ये आदेश दिया है। सभी को न्याय की प्रक्रिया से गुजरना होगा। वहीं, गितान्स नौसेदा, राष्ट्रपति, लिथुआनिया का कहना था कि यूक्रेन हर हाल में जीतेगा: यूक्रेन का भविष्य युद्ध के मैदान में ही तय होगा। हमें पूरी उम्मीद है कि यूक्रेन जीतेगा। हम यूक्रेन के साथ हर घड़ी खड़े हैं।

एग्लिस लेवित्स, राष्ट्रपति, लातविया भयंकर मंजर देख बोले हैं कि यूक्रेन को हथियार देना हमारी जिम्मेदारी है। रूस से लड़ाई में यूक्रेन को हथियारों को लेकर संकट नहीं होगा। अलार कैरिस, राष्ट्रपति, एस्तोनिया का कहना है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्ध शुरू करने का फैसला किया था। युद्ध के मैदान में शांति के लिए बातचीत संभव है। इस सब के बीच वोलोदिमीर जेलेंस्की, राष्ट्रपति यूक्रेन ने कहा है कि युद्ध का मैदान बन चुके राजधानी कीव पहुंचे चार देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने बता दिया है कि वे यूक्रेन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं।-

 

Share:

भारत की लेटेस्ट सबमरीन आज उतरेगी समुद्र में, ये हैं इसकी खास विशेषाएं

Fri Apr 15 , 2022
मुंबई । समुद्री (Marine) सरहदों की रक्षा के लिए भारतीय नौसेना (Indian Navy) हमेशा तैनात रहती है. ताकि दुश्मन देशों की चालों को बेकार किया जा सके. इसी को रोकने के लिए आज 15 अप्रैल 2022 को मुबंई (Mumbai) के मझगांव डॉक्स (Mazagon Docks) पर भारतीय नौसेना (Indian Navy)  के लिए नई पनडुब्बी लॉन्च (Submarine […]
सम्बंधित ख़बरें
खरी-खरी
सोमवार का राशिफल
मनोरंजन
अभी-अभी
Archives

©2024 Agnibaan , All Rights Reserved