चंडीगढ़: सिद्धू मूसेवाला को जानलेवा हमले का अंदेशा पहले ही हो गया था. उन्होंने बीते साल अपने लिए बुलेट प्रूफ जैकेट के लिए अमेरिका के एक हथियार और बॉडी आर्मर डीलर से संपर्क किया था. अमेरिका स्थित विक्की मान सिंह बताया कि स्नैप चेट के जरिए सिद्धू मूसेवाला ने उनसे बॉडी आर्मर यानी बुलेट प्रूफ जैकेट की मांग की थी. विक्की ने बताया कि उन्होंने मूसेवाला को दो तरह के जैकेट के बारे में जानकारी दी थी. उन्हें दो तरह की सॉफ्ट और हार्ड बुलेट प्रूफ जैकेट की जानकारी दी गई थी, जिसके बाद मूसेवाला ने हार्ड बुलेट प्रूफ जैकेट को पसंद किया था.
यह जैकेट एसएलआर गन तक की गोलियों से शरीर की रक्षा कर सकती थी. इस जैकेट का वजन करीब 4 किग्रा था. विक्की मान ने बताया कि मूसेवाला ने उनसे कहा था कि उनका कोई मित्र इस जैकेट को उनसे ले जाएगा. हालांकि बाद में इसके लिए किसी ने संपर्क नहीं किया. विक्की सिंह मान अमेरिका में सेना को हथियार सप्लाई करते हैं और उन्हें हथियारों का अच्छा ज्ञान भी है. उन्होंने यह भी दावा किया है कि मूसेवाला की हत्या के लिए एएन-94 गन का इस्तेमाल नहीं किया गया था.
रेयर वेपन है एएन-94
विक्की ने कहा कि उनका अनुभव कहता है कि इस गन का इस्तेमाल कत्ल के लिए संभव नहीं है, क्योंकि एएन-94 एक रेयर वेपन है और इसके भारत में होने की संभावना बहुत कम है. उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान से एके-47 की तस्करी के बारे में कई बार सुना गया है, लेकिन अभी तक तस्करी में इस तरह की हथियार की बरामदगी अभी तक सामने नहीं आई है.
एएन-94 के इस्तेमाल की संभावना पर संदेह
विक्की ने बताया कि एएन-94 और एएन-74 की गोलियों के खोल एक जैसे होते हैं और यह दोनों राइफल्स में इस्तेमाल हो जाते हैं. उन्होंने अपने अनुभव के हिसाब से एएन-94 के इस्तेमाल के किसी भी संभावना से इनकार किया है.
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