चंडीगढ़. पंजाब कांग्रेस में घमासान (Punjab Congress Drama) को खत्म करने के लिए सियासी हिलचल तेज होती दिख रही है. नवजोत सिंह सिंद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने पंजाब कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) से मुलाकात कर इस बात के संकेत दे दिए हैं कि पंजाब में कांग्रेस की कमान अब उनके हाथों में ही होगी.
इन दोनों की मुलाकात पंचकुला में जाखड़ के घर पर हुई. उधर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat) ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (CM Captain Amarinder Singh) से सिसवा फार्म हाउस पर मुलाकात की. रावत ने इस मुलाकात के बाद बताया कि अमरिंदर सिंह ने अपने पुराने बयान को दोहराते हुए कहा है कि जो भी फैसला कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा लिया जाएगा, वो उन्हें मंजूर होगा.
सिद्धू शनिवार पूरे दिन काफी एक्टिव दिखे. पहले वह जाखड़ के आवास पर जाकर उनसे गले मिले. इसके बाद सिद्धू चंडीगढ़ के सेक्टर 39 में विभिन्न मंत्रियों से मुलाकात की. सबसे पहले उन्होंने सुखजिंदर सिंह रंधावा उसके बाद बलबीर सिंह सिद्दू, उसके बाद लाल सिंह इस समय गुरप्रीत सिंह कांगड़ से मिले.
सिद्धू की इस कवायद को पार्टी के सभी नेताओं को साधने की कोशिश की तरह देखा जा रहा है. इससे पहले खबर आई थी कि कांग्रेस अलाकमान ने सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की हरी झंडी दे दी है, लेकिन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह फिलहाल मानने को तैयान नहीं हैं. लिहाजा उन्हें मनाने के लिए हरीश रावत को चंडीगढ़ भेजा गया है.
इससे पहले दिल्ली में नवजोत सिंह सिद्धू की शुक्रवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात हुई थी. इस मीटिंग के बाद माना जा रहा है कि सिद्धू को ही पंजाब की कमान दी जाएगी. लेकिन कैप्टन अमरिंदर के तेवर अब बेहद सख्त हो गए हैं. उन्होंने इस मुलाकात के तुरंत बाद सोनिया गांधी को चिट्ठी लिख दी. उन्होंने साफ-साफ कह दिया कि अगर सिद्धू को पंजाब का चीफ बनाया जाता है तो पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.
कैप्टन की वॉर्निंग
कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि सिद्धू के कामकाज से कांग्रेस को राज्य में भारी नुकसान होगा. कैप्टन ने कहा है कि हिन्दू दलित को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. कैप्टन अमरिंदर सिंह की सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी पर पंजाब सरकार के प्रवक्ता राजकुमार वेरका ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री ने शिकायत नहीं बल्कि सुझाव दिए हैं.
क्या है पंजाब का फॉर्मूला
कहा जा रहा है कि पंजाब की राजनीति को सुलझाने के लिए दिल्ली में बैठे नेताओं ने एक फॉर्मूला तैयार किया है, इसके तहत दो कार्यकारी अध्यक्षों के साथ सिद्धू को नया पीसीसी प्रमुख बनाया जाएगा, जबकि मौजूदा पंजाब कांग्रेस की कमान संभाल रहे सुनील जाखड़ को AICC में शामिल किया जाएगा. अगर सिद्धू को नई जिम्मेदारी दी जाती है तो फिर सीएम पद के लिए अमरिंदर सिंह का पत्ता कट सकता है. हालांकि समाचर एजेंसी एएनआई से बातचीत में हरीश रावत ने कहा था कि पिछले साढ़े चार साल से कैप्टन अमरिंदर सिंह सीएम हैं और पार्टी उनके नेतृत्व में ही चुनाव में उतरेगी.
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