भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की सियासत में एक बार फिर पोस्टर पॉलिटिक्स (Poster Politics) की एंट्री हो गई है। कांग्रेस (Congress) के प्रदेश दफ्तर के बाहर लगा होर्डिंग चर्चा का विषय बन गया। दरअसल पार्टी के बड़े नेताओं के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamalnath) का एक फोटो PCC दफ्तर के बाहर लगाया गया है, जिसमें उनको भगवान कृष्ण के रूप में दिखाया गया है, तो सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) के फोटो के आगे ‘कं…’ लिखा है। साथ ही होर्डिंग में प्रदेश की जनता को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी गई है।
यही नहीं, पोस्टर में हाथ में चक्र लिए कमलनाथ (Kamalnath) कृष्ण के रूप में दिखाई दे रहे हैं। जबकि तत्कालीन कांग्रेस सरकार में हुए फैसलों को भी सिलसिलेवार दिखाया गया है। होर्डिंग में कमलनाथ सरकार में लिए गए ओबीसी को 27 फीसदी और सामान्य को 10 फीसदी आरक्षण देने के अलावा 27 लाख से ज्यादा किसानों का कर्जा माफ करने के साथ 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली देने जैसे बिंदुओं को शामिल किया गया है।
पोस्टर पर लिखे शब्दों से सियासत तेज
इस पोस्टर में जो विवादित बात है वो है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लगाए गए फोटो के साथ गलत शब्दों का इस्तेमाल। इसके बाद सियासत गरमा गई है। पोस्टर में कमलनाथ को कृष्ण और सीएम शिवराज के फोटो के साथ ‘कं…Ó लिखा गया है। सीएम शिवराज के साथ ही बीजेपी सरकार में बढ़ी महंगाई, बेरोजगारी और महिला उत्पीडऩ के बिंदुओं को शामिल किया गया है। कांग्रेस प्रवक्ता शहरयार खान और स्वदेश शर्मा के फोटो के साथ लगाए गए इस होर्डिंग को लेकर सियासत तेज गई है। खान ने कहा है कि प्रदेश के हालातों को लेकर पोस्टर लगाया गया है। कमलनाथ सरकार में जनता के हित में बड़े फैसले लिए गए थे, लेकिन बीजेपी सरकार में जनता परेशान है।
भाजपा ने किया पलटवार
इस मामले पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पीसीसी पर लगाए गए पोस्टर को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी धर्म का माखौल उड़ा रही है, कभी सोनिया गांधी को दुर्गा बताया जाता है, तो कभी जनेऊ डालकर राहुल गांधी आ जाते हैं और अब कमलनाथ को कृष्ण दिखाया जा रहा है। कांग्रेसी हर दिन ऐसा काम करते हैं जिससे मूल राष्ट्रवाद और हिंदू अनुयायियों की भावना आहत हो। यह महान भारत को बदनाम भारत कहते हैं, यह कांग्रेस की सोच को जाहिर करता है। इसके अलावा नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश की राजनीति का स्तर नीचे गिरने के सवाल पर कहा कि सूबे के मुखिया को इस तरीके से प्रदर्शित किया जा रहा है। सवाल इस बात को लेकर है कि प्रदेश की सियासत में देवताओं के फोटो के साथ नेताओं के चित्र लगाकर इस तरीके से पोस्टर के जरिए राजनीति करना क्या उचित है।
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