उज्जैन। सरकार द्वारा आयोजित विक्रमोत्सव के तहत गुड़ी पड़वा के अवसर पर वर्ष प्रतिपदा के दिन कल 30 मार्च को उज्जयिनी गौरव दिवस और सृष्टि आरंभ दिवस मनाया जाएगा। इस विशेष मौके पर महाकाल नगरी के आकाश में एक साथ 1,000 ड्रोन उड़ाए जाएँगे।
उज्जैन में 30 मार्च को गुड़ी पड़वा के अवसर पर शिप्रा नदी के रामघाट पर 1000 ड्रोन के जरिए भगवान महाकाल, भगवान श्रीकृष्ण और सम्राट विक्रमादित्य की भव्य आकृतियाँ बनाई जाएँगी। मध्यप्रदेश में यह पहला अवसर होगा जब इतनी बड़ी संख्या में ड्रोन का फॉर्मेशन लोगों को देखने को मिलेगा। इस दौरान सिंहस्थ 2028 के लिए तैयार किए गए एंथम सॉन्ग को भी रिलीज किया जाएगा।
रात में होने वाला 15 मिनट का भव्य ड्रोन शो अद्भुत नजारा पेश करेगा, जिसमें भगवान शिव की आकृति और उनसे जुड़े प्रतीक चिह्न रंग-बिरंगे स्वरूप में नजर आएँगे। शो के दौरान ड्रोन महाकाल, सम्राट विक्रमादित्य का पोट्र्रेट, माता शिप्रा, ब्रह्मांड, कृष्ण-सुदामा, सिंहस्थ 2028 का लोगों, नववर्ष की बधाई, वैदिक घड़ी और महाकाल की आरती के मनमोहक दृश्य बनाएँगे। पूरे शो के दौरान फीमेल वॉइस ओवर में माता शिप्रा की कथा सुनाई जाएगी। इस ड्रोन शो का आयोजन बोटलेब और एकमे मीडिया कंपनी, दिल्ली द्वारा किया जाएगा। इस कंपनी की स्थापना 28 आईआईटी के छात्रों ने एक स्टार्टअप के रूप में की थी, जो अब पेशेवर रूप से ड्रोन शो आयोजित कर रहे हैं। टीम पहले ही उज्जैन पहुंच चुकी है और बीते दो दिनों से आसमान में विभिन्न ड्रोन फॉर्मेशन का ट्रायल कर रही है, ताकि मुख्य आयोजन में अद्भुत नजारा पेश किया जा सके। 1000 ड्रोन को एक साथ उड़ाया जाएगा। यह ड्रोन हरसिद्ध मंदिर के ऊपर अलग-अलग आकृतियाँ बनाएँगे, जिन्हें रामघाट से लेकर दत्त अखाड़ा घाट और बडऩगर ब्रिज तक से देखा जा सकेगा। ड्रोन में विशेष टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है, जिससे यह एक-दूसरे से टकराए बिना समन्वित रूप से उड़ान भरेंगे। एक ही रिमोट से संचालित किए जाएँगे। सभी ड्रोन अपनी निर्धारित दूरी बनाए रखेंगे और निर्धारित क्रम में एक साथ नीचे उतरेंगे।
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