हरदोई: उत्तर प्रदेश के हरदोई में मंगलवार को वरिष्ठ अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा की हत्या से वकीलों में गुस्सा है. घटना के विरोध में जिले के अधिवक्ता 5 अगस्त तक के लिए हड़ताल पर चले गए हैं. घटना के खुलासे और आरोपियों की गिरफ्तारी लिए पुलिस की कई टीमें बनाई गईं हैं. आईजी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. वकील कनिष्क मेहरोत्रा की हत्या के लिए तीन आरोपी आए थे. इनमें एक हमलावर ने वकील की कनपटी से असलाह सटाकर गोली मार दी.
वकील कनिष्क मेहरोत्रा की इलाज के दौरान लखनऊ में मौत हो गई थी. पुलिस ने इस घटना में 4 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. इनमें शहर के तीन रसूखदार लोग भी शामिल हैं. अधिवक्ता मर्डर केस में पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है. पुलिस ने जिन लोगों को हिरासत में लिया है उन्होंने विवादित मेहरोत्रा कोठी में बड़ा हिस्सा खरीदा था. मृतक वकील कनिष्क के भाई हर्ष ने सार्वजनिक बयान दिया है कि पांच-छह लोग हैं, जो यहां होटल बनाना चाहते थे और कोठी का कनिष्क के कब्जे वाले हिस्से को बेचने का दबाव बना रहे थे.
पुलिस संपत्ति विवाद के साथ व्यक्तिगत और व्यावसायिक मामलों की भी जांच कर रही है. कनिष्क के पिता जुगल किशोर मेहरोत्रा फौजदारी के फेमस वकील थे. कनिष्क भी मास्टरमाइंड लॉयर माने जाते थे. 8 वर्ष पहले पत्नी के देहांत के बाद वह मायूस रहने लगे थे. उनकी हत्या आसपास जिलों में चर्चा का विषय बनी हुई है. सभी इस हत्याकाण्ड के खुलासे का इंतजार कर रहे हैं. आईजी प्रशांत कुमार ने मर्डर स्पॉट का अवलोकन किया है.
पुलिस अधीक्षक ने आईजी को अधिवक्ता के आवास पर ले जाकर घटनास्थल का मुआयना कराया. आईजी प्रशांत कुमार ने बताया कि इन्वेस्टिगेशन सही दिशा में बढ़ रही है. संपत्ति विवाद समेत कई एंगल इस घटना में हो सकते हैं. पुलिस सभी पर काम कर रही है. हम सही दिशा में खुलासे की तरफ आगे बढ़ रहे हैं. कई टीम में कोऑर्डिनेट कर काम कर रही हैं. जल्द ही हम एक रिजल्ट के साथ आपके सामने होंगे.
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