नई दिल्ली: अगर आप वोक्सवैगन कार खरीदने की योजना बना रहे हैं तो आपको जेब पर कुछ ज्यादा असर पड़ सकता है. कंपनी ने 1 अक्टूबर से भारत में मॉडल पर दो प्रतिशत तक की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की है. वोक्सवैगन पैसेंजर कार्स इंडिया वर्तमान में यहां ताइगुन एसयूवी, वर्टस सेडान और टिगुआन प्रीमियम एसयूवी जैसे मॉडल बेचती है.
वोक्सवैगन ने कीमतों में बढ़ोतरी के लिए बढ़ती इनपुट लागत को जिम्मेदार ठहराया है. कंपनी के उत्पाद पोर्टफोलियो में कीमतों में बढ़ोतरी के निर्णय को जरूरी बना दिया है. वर्तमान में टिगुआन कंपनी का सबसे महंगा उत्पाद है, जिसकी कीमत 32.79 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है.
इसके बाद वर्टस है, जिसकी कीमत 11.22 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है और ताइगुन जो मिड साइज एसयूवी स्पेस में आती है, इसकी कीमत 11.39 लाख (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है. इस साल की शुरुआत में वोक्सवैगन ने दावा किया कि देश में सेडान सेगमेंट के स्थिर रहने के बावजूद वर्टस को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है.
ब्रांड डायरेक्टर आशीष गुप्ता ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि 2021 में लॉन्च किया गया ताइगुन अभी भी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. इन दोनों मॉडलों को इंडिया 2.0 प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया गया है और कंपनी ने भारत को विदेशों में भी डिस्पैच के लिए एक विनिर्माण आधार के रूप में स्थापित किया है.
अभी यह साफ नहीं है कि कारों की कई कीमतें क्या होंगी. खासकर फेस्टिव सीजन से पहले संभावित ग्राहक आमतौर पर इससे प्रभावित हो सकते हैं. जहां एक तरफ कई कंपनियां फेस्टिव सीजन को देखने को हुए डिस्काउंट दे रही है, वहीं ऐसे मौके वॉक्सवैगन ने कीमत बढ़ाने का फैसला लिया है.
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