अलीराजपुर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की 228 विधानसभा सीटों (228 assembly seats) के लिए BJP ने अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. प्रत्याशियों के नाम सामने आते ही कहीं-कहीं बगावत के सुर उठने लगे हैं. इस बीच अब अलीराजपुर जिले (Alirajpur district) से BJP को बड़ा झटका लगा है. इस जिले की जोबट विधानसभा सीट (Jobat assembly seat) से टिकट ने मिलने पर माधव सिंह डाबर (Madhav Singh Dabur) ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. माधव सिंह डाबर वर्तमान में राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष (कैबिनेट का दर्जा प्राप्त) हैं.
अलीराजपुर जिले की जोबट विधानसभा सीट पर वर्तमान में भाजपा की सुलोचना रावत विधायक हैं. आगामी विधानसभा चुनाव के लिए माधव सिंह डाबर ने BJP से टिकट की मांग की थी, लेकिन पार्टी ने विधायक सुलोचना रावत के पुत्र विशाल रावत को प्रत्याशी घोषित कर दिया है. माधव सिंह डाबर दो बार जोबट विधानसभा से विधायक रह चुके हैं और वे BJP के बडे़ नेता माने जाते हैं. टिकट कटने से अब उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. इस सीट से कांग्रेस ने सेना महेश पटेल को उम्मीदवार बनाया है.
शाजापुर जिले के कालापीपल में BJP प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय का जमकर विरोध हुआ. इस विरोध में BJP के तीन वरिष्ठ नेता भी शामिल रहे और कैलाश विजयवर्गीय मुर्दाबाद के नारे लगाए. दरअसल, कालापीपल विधानसभा में भाजपा के घोषित प्रत्याशी घनश्याम चंद्रवंशी के खिलाफ बाहरी प्रत्याशी वापस जाओ के नारे लगाए गए. विरोध प्रदर्शन में भाजपा के तीन पूर्व विधायक फूलसिंह मेवाड़ा, गिरिराज मंडलोई और बाबूलाल वर्मा,जिला पंचायत सदस्य नवीन शिंदे, भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील देथल, राकेश वर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे.
घनश्याम चंद्रवंशी कैलाश विजयवर्गीय के कट्टर समर्थक हैं. भाजपाइयों ने इसी कारण से विजयवर्गीय का भी विरोध किया और मुर्दाबाद के नारे लगाए. विरोध में भाजपा के तीन पूर्व विधायक भी शामिल हुए हैं. ऐसे में इस विधानसभा से पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है.
शनिवार को BJP की पांचवी सूची के बाद से पार्टी में बगावत के सुर नजर आ रहे हैं. ये बागी पार्टी का खेल बिगाड़ सकते हैं.BJP हो रही में बगावत को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है. कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी के नाराज शिवराज और महाराज गुट अपना रंग दिखाने लगे हैं. अपने ही घर में बीजेपी बिखर चुकी है. केंद्रीय मंत्री तक को विरोध का सामना करना पड़ रहा है. 2023 में बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनेगी. वहीं, इस बयान पर पलटवार करते हुए BJP प्रवक्ता शिवम शुक्ला ने कहा कि कुछ कार्यकर्ताओं की नाराजगी है तो पार्टी नेतृत्व और संगठन लगातार उनसे संवाद करता है. कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर की जाती है. हर जगह कार्यकर्ताओं से बात की जा रही है. कांग्रेस अपना घर देखें जहां उनके बड़े नेताओं के पुतले जलाए जा रहे हैं. बीजेपी कैडर बेस पार्टी है.
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