मुंबई । शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि कंगना के मामले में शिवसेना अब बोलेगी नहीं, सिर्फ सुनेगी और नोट करेगी। जिस कंगना ने मुंबई पुलिस को गाली दी और उसी पुलिस की सुरक्षा लेकर वह राजभवन तक गईं। राऊत ने कहा जिनकी सत्ता चली गई है, वह कितने निचले स्तर पर जाकर राजनीति कर रहे हैं, इसे भी शिवसेना नोट कर रही है। इतिहास के पन्नों में इसका काफी महत्व रहता है।
राऊत ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री राज्य का प्रमुख होता है। यह पद संवैधानिक है और पद पर रहने वाले का सम्मान किया जाना चाहिए। सम्मान दोनों तरफ से किया जाना आवश्यक है। इसका भान सभी को रहना चाहिए। इस पद पर बैठे व्यक्ति के बारे में बोलने पर लोगों की भावनाएं भड़केंगी ही। इसके बाद अगर कोई किसी के साथ मारपीट करता है तो सरकार कैसे दोषी हो सकती है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में 12 करोड़ लोग रहते हैं। कोई किसी से पूछकर हमला नहीं करता है। यह घटना किसी के साथ हो सकती है। मेरे साथ भी हो सकती है। शिवसेना इस तरह की घटनाओं का कभी भी समर्थन नहीं करती है। इस घटना में पुलिस ने तत्काल आरोपितों को गिरफ्तार किया, लेकिन जिनकी सत्ता चली गई है, उन्होंने इस घटना पर किस तरह राजनीति करने का प्रयास किया, इसे सभी ने देखा है। सबका समय एक जैसा हमेशा नहीं रहता है। इस समय कौन क्या कर रहा है, यह देश की जनता देख रही है। राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह चाक चौबंद है। राज्य के 12 करोड़ लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं।
संजय राऊत ने कहा कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस घटना में दिलचस्पी दिखा रहे हैं, लेने दीजिए। बिहार में एक सैन्य अधिकारी के घर में घुसकर मारपीट की गई थी। उस समय रक्षामंत्री कहां थे। भारतीय सेना का हमेशा आदर है और रहेगा। रक्षामंत्री मुंबई की एक घटना पर बोल रहे हैं, चीन के बारे में चुप हैं, यह पूरा देश देख रहा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved