इंदौर। नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की ताजपोशी ने उन अफसरों के प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली जाने के अवसर बढ़ा दिए हैं, जो अभी मध्यप्रदेश में सरकार के निशाने पर या लूप लाइन की पोस्टिंग में है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में बड़ी भूमिका मिली है। उनके पास कृषि और ग्रामीण विकास जैसे दो बड़े महकमे हैं। स्वाभाविक है चौहान इन विभागों में अपनी पसंद के अफसरों को अहम भूमिका में देखना चाहेंगे। उनके केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ लेने के साथ ही चर्चा यह चल पड़ी है कि मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री रहते हुए उनके प्रमुख सचिव रहे मनीष रस्तोगी और उपसचिव रहे नीरज वशिष्ठ अब उनके निजी स्टाफ में जा सकते हैं।
रस्तोगी ओएसडी के रूप में और वशिष्ठ निजी सचिव या निजी सहायक के रूप में आने वाले समय में वहां दिख सकते है। रस्तोगी की अपने साथ के अफसर से पटरी नहीं बैठ पा रही है और वशिष्ठ लूप लाइन की पोस्टिंग में हंै। दोनों शिवराज के बेहद भरोसेमंद अफसर माने जाते हैं। इसके साथ ही लूप लाइन की पोस्टिंग पर चल रहे इंदौर के पूर्व कलेक्टर मनीष सिंह को भी शिवराज सिंह चौहान के स्टाफ में बड़ी भूमिका मिल सकती है। इसी तरह चौहान के मुख्यमंत्री रहते हुए सालों तक जनसंपर्क संचालक रहे डीआईजी आशुतोष प्रताप सिंह भी दिल्ली के लिए कूच कर सकते हैं। उनके शिवराज से पारिवारिक संबंध है। मध्यप्रदेश कैडर के ही एक और वरिष्ठ अधिकारी तथा इंदौर के पूर्व कलेक्टर विवेक अग्रवाल शिवराज के खेमे में आ सकते हैं। वे पहले भी लंबे समय तक कृषि मंत्रालय में संयुक्त और अतिरिक्त सचिव पद पर रहे हैं। पीएम किसान योजना उन्हीं के कार्यकाल में शुरू हुई थी। वे शिवराज के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके सचिव की भूमिका भी निभा चुके हैं।
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