भोपाल। प्रदेश में भारी बारिश की वजह से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया। वे रात भर जागकर बाढ़ रात कार्यों की निगरानी करते रहे। सुबह होते ही उन्होंने निवास पर आपात बैठक बुलाई। जिसमें उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों की तत्परता से सहायता की जा रही है। किसी की जान का नुकसान नहीं होने दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से दूरभाष पर बाढ़ की स्थिति के बारे में बताया। प्रदेश के करीब 400 ग्राम बाढ़ से प्रभावित हैं। आवश्यकतानुसार सेना का सहयोग भी लिया जा रहा है। नर्मदांचल के कुछ हिस्सों में 20 वर्ष पूर्व हुई 1999 की अतिवर्षा का रिकार्ड टूटा है। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक राहत कार्य संचालित किए जा रहे हैं।
पानी से घिरे स्थानों पर रहने की जिद न करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि से पानी से घिरे स्थानों पर रहने की जिद न करते हुए प्रशासन जब निकलने का कहे तो सावधानी रखते हुए तुरंत अन्य स्थान पर या राहत शिविर में शिफ्ट होने में सहयोग करें। स्वैच्छिक संगठनों से भी आग्रह किया है कि सहयोग का हाथ बढ़ाएं। बाढ़ प्रभावित लोगों को भोजन वस्त्र और अन्य सहायता प्रदान करने में सहयोग करें। बालाघाट जिले में 3 लोगों को एअरलिफ्ट किया गया है, होशंगाबाद जिले के कुछ गांवों बांद्राभान आदि में आर्मी और एनडीआरएफ की टीम उनको निकालेगी सीहोर जिले में भी कुछ गांव बाढ़ से घिरे हैं।
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