रवीन्द्र जैन, भोपाल। लंबे समय बाद मप्र की राजनीति में ऐसा सस्पेंस नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने सभी मंत्रियों को रविवार को सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक राजधानी भोपाल में रहने का आदेश दिया है। सीएम ने इन्हें बुलाया है? क्या मप्र की राजनीति में कुछ नया होने वाला है? इसे लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। सत्ता और संगठन में एक ही सवाल पूछा जा रहा है कि कल क्या होने वाला है? अगले चुनाव से पहले कल की बैठक काफी अहम मानी जा रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री मंत्रियों के साथ वन-टू-वन बैठक में उनकी जमीनी हकीकत बता सकते हैं। साथ ही शराब नीति पर भी सरकार निर्णय ले सकती है।
उमा को लेकर संघ से चर्चा
मप्र की भाजपा की राजनीति में इस समय दो मुद्दे अहम है। पहला पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के बगावती तेवर और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों का भाजपा संगठन में अभी भी उचित समन्वय नहीं हो पा रहा है। जिस समय मंत्रियों को भोपाल में रहने का संदेश भेजा गया उस समय सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी रीवा में थे। संभव है कि उमा भारती और ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुद्दे पर सीएम कोई बड़ा निर्णय लें। मुख्यमंत्री ने उमा के मामले में संघ को भरोसे में लिया है। खबर है कि नई शराब नीति को लेकर संघ से भी सुझाव लिया है। पार्टी हाईकमान से भी उमा के मामले में संघ से संपर्क करने के संकेत थे। क्योंकि उमा की वापसी संघ के जरिए ही हुई थी। ऐसे में संघ के बीच में आने के बाद से उमा के तेवर कम हो सकते हैं।
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