भोपाल: मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार (expansion of government cabinet) पर असमंजस बरकरार है. मुख्यमंत्री गुरुवार को भोपाल से बाहर रवाना हो गए हैं. आज रात वो बैतूल के सारणी में रहेंगे. वो शुक्रवार दोपहर तक भोपाल वापस आएंगे. उम्मीद की जा रही है कि उनके मंत्रिमंडल का विस्तार शुक्रवार दोपहर बाद हो. तल मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना इसलिए भी अधिक है कि राज्यपाल मंगू भाई पटेल (Governor Mangubhai Patel) 26 अगस्त को ग्वालियर की यात्रा पर रहेंगे.
राज्यपाल से मुख्यमंत्री की मुलाकात
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुलाकात की थी. मध्य प्रदेश के राजनीतिक हलके में इसे मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर देखा गया. शिवराज कैबिनेट में अभी तीन मंत्रियों की जगह खाली है. सरकार ने पूर्व मंत्री रामपाल सिंह को दीनदयाल अंत्योदय योजना समिति का अध्यक्ष बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है. इसके बाद से ही यह कयास लगाया जाने लगा कि विधानसभा चुनाव से पहले सियासी समीकरण बिठाने के क्रम में शिवराज कैबिनेट का विस्तार हो.
मुख्यमंत्री (Chief Minister) की राज्यपाल (Governor) से मुलाकात ने इन चर्चाओं को बल दिया. माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से कुछ विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है. हालांकि अभी बीजेपी (BJP) या सरकार की ओर से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कोई औपचारिक घोषणा (formal announcement) नहीं की गई है.
कौन से नाम हैं चर्चा में
राज्यपाल से मुख्यमंत्री की मुलाकात के बाद भावी मंत्री के तौर पर गौरी शंकर बिसेन, राजेंद्र शुक्ला और जालम सिंह के नाम सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. इसके अलावा पूर्वू मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे राहुल लोधी का नाम भी संभावित मंत्रियों की सूची में बताया जा रहा है. अभी जो नाम मंत्री बनने की चर्चा में हैं, मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जो नाम वायरल हो रहे हैं, वे पूर्व में मंत्री रह चुके हैं. इस सूची में फिलहाल सिंधिया समर्थक किसी विधायक का नाम नहीं है. पूर्व में हाट पिपलिया के विधायक मनोज चौधरी को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की चर्चा थी. लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार टलने की वजह से कई वरिष्ठ विधायकों में मायूसी हाथ लगी थी.
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