भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को प्रदेश के सबसे पिछड़े जिले श्योपुर में मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रख दी है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्योपुर बदल रहा है, यहाँ विकास की गंगा बह रही है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा विकास और जन-कल्याण के लिए अनेक योजनाएँ संचालित हैं। सरकार, जन-प्रतिनिधि, प्रशासन और श्योपुरवासी मिल कर संकल्प लें कि प्रगति और विकास की इस दौड़ में पूरी प्रतिबद्धता के साथ हर संभव सहयोग करेंगे। साथ ही श्योपुर में शासकीय योजनाओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारी सरकार गरीब-कल्याण और विकास को समर्पित है। रंगपंचमी पर श्योपुर की धरती पर विकास का रंग बरस रहा है। चीतों के आगमन, राष्ट्रीय राजमार्ग, ब्रॉडगेज रेल के बाद श्योपुर में मेडिकल कॉलेज की सौगात विकास का नया इतिहास रच रही है। श्योपुर जैसे पिछड़े जिलों की प्रगति के लिए राशि की कभी कमी नहीं आने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान श्योपुर में 768 करोड़ रूपये के मेडिकल कॉलेज भवन, मूंझरी वृहद सिंचाई परियोजना, प्रेमसर-रिनीखेड़ा मुढला मार्ग और सीएम राइज शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन के शिलान्यास और 245 करोड़ 41 लाख रूपये के विकास कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने 167 करोड़ 58 लाख रूपये की लागत वाली चंबल सूक्ष्म सिंचाई परियोजना का लोकार्पण भी किया। इस दौरान प्रदेश में लाड़ली बहना योजना को लागू करने के लिये मुख्यमंत्री चौहान को श्योपुर की बहनों ने 51 फीट लंबी राखी भेंट की। मुख्यमंत्री चौहान ने बड़ौदा में कॉलेज खोलने की घोषणा भी की।
बहनों को आत्म-सम्मान से परिपूर्ण करेगी लाड़ली बहना योजना
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि बहने सशक्त होंगी तो परिवार और समाज सशक्त होगा। बहनों के जीवन को सरल, सुखद बनाना ही हमारा ध्येय है। बहने अपनी छोटी-मोटी जरूरतों और पैसों की आवश्यकता के लिए परेशान न हो, इसलिए हर महीने बहनों को 1000 रूपए उपलब्ध कराने की व्यवस्था लाड़ली बहना योजना में की गई है। ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक आय ढाई लाख रूपए से कम है, जिनके पास 5 एकड़ से कम भूमि है, ऐसे परिवार की बहने योजना के लिए पात्र होंगी। योजना में 25 मार्च से 30 अप्रैल तक आवेदन करना है। आवेदन करने के लिए आय प्रमाण-पत्र और मूल निवासी प्रमाण-पत्र की आवश्यकता नहीं होगी। स्वयं घोषित आय को ही मान्य किया जाएगा। मई माह में आवेदनों की जाँच होगी और 10 जून को पहली किस्त बहनों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी। हर महीने बहनों के खाते में 1000 हजार रूपए डाले जाएंगे। योजना में आवेदन करने के लिए बहनों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हर गाँव और वार्ड में शिविर लगाए जाएंगे। आवेदन भरने में मदद करने लिए शासकीय कर्मचारी और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। बहने योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी बिचौलिए और दलाल के झाँसे में न आएँ। कोई भी कठिनाई होने पर फोन नम्बर 181 पर सूचना दी जाए। गड़बड़ी और बेइमानी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। बहनों को यह राशि उपलब्ध कराने से बहनों के साथ पूरे परिवार का कल्याण होगा। बहने इस राशि को परिवार के पोषण, शिक्षण और स्वास्थ्य पर खर्च करेंगी। बहनों के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के लिए यह योजना शुरू की गई है।
केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि श्योपुर के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। श्योपुर दूरस्थ एवं पिछड़ा जिला है, लेकिन मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में सडकें, विद्युतीकरण, सिंचाई, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र का विस्तार हुआ है। श्योपुर जिला अब अग्रणी जिले के रूप में पहचाना जाने लगा है। उन्होंने कहा कि श्योपुर में मेडिकल कॉलेज होगा, यह किसी ने सोचा भी नहीं था। आज मुख्यमंत्री चौहान ने कॉलेज भवन की आधारशिला रखी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को श्योपुर मेडिकल कॉलेज के लिए 258 करोड़ रूपये की राशि प्रदान करने के लिये धन्यवाद दिया। तोमर ने कहा कि श्योपुर में अब विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी नही रहेगी। लोगों को उपचार के लिए ग्वालियर, कोटा, सवाई माधोपुर, जयपुर और बांरा जाने की जरूरत नहीं होगी। श्योपुर अब डॉक्टर बनने की फैक्ट्ररी बन जायेगा। यहाँ से डॉक्टरी पढ़ कर केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने मध्यप्रदेश में जन-जन में विकास और विश्वास की अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा कि रंगपंचमी का दिन श्योपुर के लिए अविस्मरणीय है। आज जिले के विकास के लिये एक हजार करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन हुआ है। मुख्यमंत्री चौहान ने आज अन्नदाताओं को सिंचाई के क्षेत्र में 2 बड़ी सौगातें दी हैं। एक का लोकार्पण तो दूसरे का भूमि-पूजन हुआ है, इससे क्षेत्र की तकदीर और तस्वीर बदल जायेगी। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने श्योपुर के विकास और अपने जुड़ाव का उल्लेख करते हुए कहा कि श्रीमंत माधो महाराज ने आवदा डेम के साथ ही 100 वर्ष पहले नैरोगेज ट्रेन की सुविधा श्योपुर को दी थी। वर्तमान में आवश्यकता और अपेक्षाएँ बदलने पर केन्द्रीय मंत्री तोमर के साथ संयुक्त प्रयासों से इस क्षेत्र को ब्राडगेज रेल से जोड़ा जा रहा है। प्रथम चरण में ब्राडग्रेज रेल परियोजना में ग्वालियर से श्योपुर को और दूसरे चरण में श्योपुर से कोटा को जोड़ा जायेगा। प्रथम चरण का कार्य प्रगति पर है।
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