भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में बुजुर्गों को फिर से तीर्थ यात्रा पर भेजने की तैयारी में है। 15 सितंबर के बाद जैसे ही बारिश खुलेगी, उसके बाद रेलगाडिय़ां मध्य प्रदेश के यात्रियों को लेकर तीर्थ स्थलों के लिए रवाना हो जाएंगी। धार्मिक न्यास विभाग ने तय किया है कि 15 सितंबर से लेकर अगले साल फरवरी महीने तक मध्यप्रदेश के बुजुर्गों को 140 से अधिक रेलगाडिय़ां तीर्थ स्थलों की यात्रा कराएगी।
धार्मिक न्यास विभाग के अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा ने बताया कि तीर्थ यात्रा के दौरान विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। सरकार की कोशिश है कि प्रदेश के सभी बुजुर्ग नागरिकों को तीर्थ यात्रा करने का अवसर मिले। इसके लिए सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया जा चुका है कि तीर्थ यात्रा की तैयारी शुरू कर दें। पात्रता में आने वाले बुजुर्गों को यात्रा पर भेजा जाए। उन्होंने बताया कि तीर्थ यात्रा को लेकर कुछ बदलाव भी किए जाने हैं। जिसमें अभी यह प्रावधान है कि रेलगाड़ी से यात्री यात्रा पर जाएंगे। वहां से उन्हें सड़क मार्ग से अलग एजेंसी यात्रा कराएगी। रहने खाने का प्रबंध दूसरी एजेंसी देखती है। जबकि पहले यह प्रावधान था कि आईआरसीटीसी के माध्यम से पूरा अरेंजमेंट किया जाता था। सरकार की कोशिश है कि तीर्थ यात्रा का पूरा काम एक ही एजेंसी को दिया जाए। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश में सबसे पहले तीर्थ दर्शन योजना शुरू की थी। इस योजना के जरिए प्रदेश के लाखों बुजुर्ग यात्रियों ने अलग-अलग तीर्थ स्थलों की यात्रा की हैं। तीर्थ दर्शन योजना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि श्रवण कुमार की बन गई है।
जनवरी में शुरू हो सकती है हवाई तीर्थ यात्रा
शिवराज सरकार ने तय किया है कि प्रदेश में बुजुर्ग नागरिकों को हवाई तीर्थ यात्रा से भी यात्रा कराने का अवसर दिया जाएगा। इसको लेकर रोड मैप तैयार कर लिया गया है हालांकि इस पर सरकार ने पूरी तरह रजामंदी नहीं दी है। संभवत अगले साल जनवरी से मध्यप्रदेश के चुनिंदा यात्रियों को हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा करने का अवसर मिल सकता है।
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