बीमा अस्पतालों में ओपीडी, दवा बाजार में भीड़ नियंत्रण से लेकर बेड की व्यवस्था सहित कई मुद्दों पर मोघे ने भी की कलेक्टर से चर्चा
इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) इंदौर की कोरोना व्यवस्था पर लगातार निगाह रखे हुए हैं और कल उन्होंने अपने कुछ मंत्रियों को जिम्मेदारी भी सौंपी है, जिसके चलते इंदौर के लिए तुलसीराम सिलावट (Tulsiram Silavat) को कोरोना संक्रमण (Corona Transition) प्रबंधन के लिए जिला स्तर पर जिम्मा सौंपा गया। दूसरी तरफ कल रात रेसीडेंसी पर कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) से भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे (Krishnamurari Moghe) ने भी मुलाकात की और रेमडेसिविर (Remedisvir) की व्यवस्था, बीमा अस्पताल में ओपीडी चालू करने से लेकर लॉकडाउन की व्यवस्थाओं पर सुझाव दिए, जिन्हें कलेक्टर ने मंजूर भी किया।
मुख्यमंत्री ने मंत्री परिषद् की वर्चुअल बैठक भी ली, जिसमें कोरोना की समीक्षा की गई। इसमें मुख्य सचिव इकबालसिंह बैस (Iqbal Singh Bais), अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजोरा आदि मौजूद रहे और जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट इंदौर से इस वर्चुअल बैठक में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने जिला स्तर पर कुछ मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी। जो मंत्री जिस जिले से है वे उस जिले में व्यवस्था संभालेंगे और जिन जिलों में एक से अधिक मंत्री हैं वे आसपास की व्यवस्थाएं देखेंगे, जिसके चलते तुलसीराम सिलावट को इंदौर, जगदीश देवड़ा को रतलाम, विश्वास सारंग को भोपाल, प्रद्युमनसिंह तोमर को ग्वालियर, हरदीपसिंह डंग को नीमच तथा मंदसौर और इंदरसिंह परमार को शाजापुर का जिम्मा दिया गया है। दूसरी तरफ वरिष्ठ भाजपा नेता, पूर्व महापौर और सांसद कृष्णमुरारी मोघे ने कल रात कलेक्टर से मुलाकात की। कोरोना संक्रमण काल मे वर्तमान में जिस प्रकार भयावह स्थिति बन रही है उसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद कृष्णमुरारी मोघे (Krishnamurari Moghe) ने कल रात कलेक्टर मनीष सिंह से रेसीडेंसी पर मुलाकात की व बताया कि जिस प्रकार कोरोना के इलाज में रेमडीसीवीर इंजेक्शन को लेकर आपाधापी का माहौल है उसको नियंत्रण करना अति आवश्यक है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से उनकी बातचीत हुई है अगले दो-तीन दिन में ऐसी उम्मीद है कि यह इंजेक्शन इंदौर में आने लगेंगे उसका वितरण हॉस्पिटल लेवल पूरी मानिटरिंग के साथ केवल गंभीर मरीजों के लिए डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के अनुसार हो ऐसी व्यवस्था होना चाहिए। जिस प्रकार डे केयर में भी इस इंजेक्शन को लगाने की सुविधा है, यदि कोई व्यक्ति होम आइसोलेशन के अंतर्गत डॉक्टर का परामर्श से व मार्गदर्शन मे तो उस इंजेक्शन की आवश्यकता हो तो लगा सके की अनुमति होना चाहिये। जहां तक ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी का सवाल है गुजरात (Gujarat) व भिलाई (Bhilai) दोनों जगह पर चर्चा हो चुकी है आपूर्ति को नियमित रूप से करने की दिशा में मुख्यमंत्री ने पहल कर दी है उसका भी संकट जल्द ही दूर होने की आशा है।
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