इंदौर। शिवाजी मार्केट की शिफ्टिंग का मामला लगातार उलझनों में पड़ता जा रहा है। नगर निगम मार्केट विभाग ने छानबीन में पाया कि 45 दुकानदार ऐसे हैं, जिन्होंने इकरारनामे पर दुकानें अन्य लोगों को बेच दी थीं। अब निगम ने शासन को पत्र भेजकर पूरे मामले में दिशा-निर्देश मांगे हैं, ताकि बाकी कार्रवाई पूरी की जा सके।
स्मार्ट सिटी अधिकारियों ने नंदलालपुरा में नया मार्केट बनाने के बाद मार्केट विभाग के अधिकारियों को दुकानों के आवंटन के लिए लाटरी प्रक्रिया पूरी करने के लिए सहमति दे दी थी। उसके बाद से निगम का मार्केट विभाग 126 दुकानदारों के मामले में छानबीन में जुटा हुआ था, ताकि बाद में दुकानों को लेकर किसी प्रकार की विवाद की स्थिति न बने। इस मामले में निगम ने हाईकोर्ट इंदौर में केविएट भी दायर की थी। वहीं अधिकारियों का कहना है कि 126 में से 45 दुकानदार ऐसे हैं, जिन्होंने इकरारनामे पर दुकानें अन्य लोगों को वर्षों पहले बेच दी थीं और अगर दुकानें नए सिरे से आवंटित की जाती हैं तो फिर यह मामला विवादित हो सकता है। इसी के चलते निगम ने नगरीय प्रशासन विभाग को पत्र लिखकर पूरा मामला बताया है और साथ ही आला अधिकारियों से दिशा-निर्देश मांगे हैं। भोपाल से दिशा-निर्देश मिलने के बाद ही इसकी कार्रवाई पूरी की जा सकेगी। नगर निगम उक्त दुकानदारों को नए मार्केट में शिफ्ट कर रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के तहत वहां कई कार्य कराने वाला है।
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