नई दिल्ली: शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को देश का सबसे बड़ा नेता बताया लेकिन साथ ही बीजेपी पर यह आरोप लगाया कि वे प्रधानमंत्री को देश का प्रधानमंत्री बने रहने नहीं दे रहे, उन्हें पार्टी का नेता बना कर रख दिया गया है. इसके अलावा संजय राउत ने खास कर महाराष्ट्र के परिप्रेक्ष्य में दिन ब दिन बीजेपी और विपक्ष के बीच बढ़ने तनाव (BJP vs Shiv Sena) पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज सत्ता की महाभारत में ये दोनों कौरव और पांडव की तरह एक-दूसरे के आमने-सामने खड़े हैं. साथ ही उन्होंने फिर यह आरोप लगाया कि विपक्ष को केंद्रीय जांच एजेंसियों के माध्यम से टारगेट किया जा रहा है. अगला टारगेट शरद पवार (Sharad Pawar) हैं. लेकिन अगर वे इस पर बोलेंगे तो फिर उन्हें शरद पवार का चमचा कहा जाएगा.
संजय राउत ने पत्रकारों से कहा, ‘लोकतंत्र में राज्यों की, देश की और लोगों की समस्याएं दूर करने के लिए पक्ष और विपक्ष दोनों को मिल कर काम करना चाहिए. लेकिन बदकिस्मती से पिछले सात, आठ सालों से ऐसा होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा. सत्ताधारी और विपक्ष इस तरह पेश आ रहे हैं जैसे ये जन्म-जन्मांतर के दुश्मन हैं. जैसे महाभारत हो और कौरव-पांडव आमने-सामने खड़े होंं. यह संसदीय लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. राष्ट्र के, सुरक्षा के कई मुद्दों पर पक्ष-विपक्ष एकमत होकर सदन के कामकाज को आगे ले जाएं.’
‘चुनाव आता है तो हिजाब का मुद्दा खड़ा हो जाता है, विकास जाने कहां चला जाता है’
शिवसेना सांसद ने कहा, ‘कई मुद्दे ठीक चुनाव से पहले खड़े किए जाते हैं. हिजाब का मुद्दा आया था. कश्मीर से लेकर पाकिस्तान तक ऐसे कई मुद्दे अचानक आते हैं और चुनाव को अलग रंग दे जाते हैं. विकास के मुद्दों की बजाए धार्मिक मुद्दों पर जोर दिया जाता है, चुनाव इसी मुद्दे पर लड़ा जाता है. जिस तरह कोरोना काल में गंगा में शव बहते हुए देखा गया उसी तरह लोग भी चुनाव के वक्त भावनाओं में बहते हुए देखे जा रहे हैं. चार राज्यों में बीजेपी की जीत हुई है. अच्छी बात है. खुशी मनाइए लेकिन अहंकार में मत डूबिए. लोकतंत्र में विपक्ष का बने रहना जरूरी है.’
‘देश के सबसे बड़े नेता मोदी, उन्हें पार्टी का नेता बनाने में तुली बीजेपी’
सामना में संजय राउत द्वारा मोदी की तारीफ किए जाने के बाद सोशल मीडिया में बीजेपी नेताओं ने इसकी चर्चा शुरू कर दी. इस पर बोलते हुए आज संजय राउत ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी देश के सबसे बड़े नेता हैं. उनके मुकाबले का इस वक्त देश में कोई दूसरा नेता नहीं है. मोदी-शाह की जोड़ी विपक्ष को पूरी तरह से ध्वस्त कर देती है. लेकिन प्रधानमंत्री किसी एक पार्टी का नहीं होता है. बीजेपी नेता उन्हें अपनी पार्टी का नेता बनाए रखने पर तुले हैं. वे सिर्फ उन्हें अपना ही प्रधानमंत्री और अपनी पार्टी का प्रधानमंत्री बनाए रखने की कोशिश में लगे हुए हैं. पीएम मोदी को खुद ऐसे चक्र से बाहर निकलना चाहिए.’
‘गोवा के चुनाव में फडणवीस का चला दांव, यह सोच सिर्फ एक भटकाव’
गोवा में बीजेपी की जीत पर देवेंद्र फडणवीस को मिल रही वाहवाही को लेकर संजय राउत ने कहा, ‘ गोवा की जीत का शिल्पकार बता कर देवेंद्र फडणवीस की खूब वाहबाही की जा रही है. उनका ढोल-नगाड़ों से स्वागत किया गया. महाराष्ट्र का नेता गोवा जीत कर आया, इसकी खुशी है. लेकिन यह ध्यान रहे कि गोवा कोई नहीं जीत सकता. वहां की राजनीति विचित्र है. वहां कभी कोई पार्टी नहीं जीतती है, अलग-अलग व्यक्ति की जीत होती है और फिर जीते हुए लोगों का झुंड मिलकर वहां सरकार बना लेते हैं.’
‘फडणवीस को मुंबई पुलिस के नोटिस पर तमाशा करने की कोशिश’
देंवेंद्र फडणवीस को मुंबई पुलिस द्वारा भेजे गए नोटिस पर बोलते हुए संजय राउत ने कहा, ‘ विजय के शिल्पकार को नोटिस नहीं भेजा जाएगा, ऐसा कहां लिखा है. नोटिस हमें भी आता है, लेकिन हम इसका तमाशा नहीं बनाते हैं.’
‘शरद पवार को करते बदनाम, बोलूं तो लोग मुझे चमचा होने का देते नाम’
साथ ही संजय राउत ने यह भी कहा, ‘शरद पवार जैसे नेता का दाउद इब्राहिम के साथ नाम जोड़ कर बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. केंद्रीय जांच एजेंसियों को विपक्षी नेताओं के नाम देकर टारगेट बनाने को कहा जा रहा है. कल को राजनीति में आए हुए लोग आज शरद पवार पर जिस तरह के बयान दे रहे हैं, यह फडणवीस, गडकरी और मोदी को मान्य है क्या? मैं बोलूं तो लोग मुझे शरद पवार का चमचा ठहरा देते हैं. महाराष्ट्र के लोगों का सम्मान कायम रहना चाहिए. संसदीय लोकतंत्र में 50-55 साल गुजारने वाले व्यक्तित्व पर बीजेपी के लोग किस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं?’
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