नई दिल्ली । शिवसेना पार्टी (Shiv Sena Party) में चल रही बगावत आने वाले राष्ट्रपति चुनाव (presidential election) में और खुलकर सामने आ सकती. विधायकों के बाद शिवसेना के कुछ सांसद पार्टी लाइन से अलग जाते दिख रहे हैं. राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) (विपक्ष के उम्मीदवार) या फिर द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को वोट दिया जाए यह सवाल शिवसेना के सामने खड़ा है. इसमें कुछ सांसद द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में हैं वहीं संजय राउत ने सांसदों से कहा है कि यशवंत सिन्हा का समर्थन करना चाहिए.
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी के NDA गठबंधन ने द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है. वहीं विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा है. बीजेपी और शिवसेना के रिश्ते अब पहले जैसे नहीं और ये बीतते वक्त के साथ बिगड़ते जा रहे हैं, ऐसे में उद्धव ठाकरे के साथी संजय राउत यशवंत सिन्हा को पार्टी का समर्थन देना चाहते हैं. लेकिन अभी आखिरी फैसला उद्धव ठाकरे को लेना है.
संजय राउत ने कहा- यशवंत सिन्हा का समर्थन करें
सोमवार को उद्धव ठाकरे ने अपने तमाम सांसदों की एक बैठक बुलाई थी. बैठक में 19 में से कुल 11 सांसद मौजूद रहे थे. उस बैठक के दौरान ज्यादातर सांसदों ने उद्धव से अपील की है कि वे राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करें.
इस मीटिंग में शिवसेना सांसद संजय राउत भी शामिल हुए थे. उन्होंने साफ तौर पर यशवंत सिन्हा को समर्थन देने की बात कही है. वे चाहते हैं कि इस राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना की तरफ से विपक्ष के साझा उम्मीदवार का समर्थन किया जाए.
ऐसे में अब फैसला उद्धव ठाकरे के पाले में है, वे मुर्मू के साथ जाने का मन बनाते हैं या विपक्ष का समर्थन कर आगे की राजनीतिक बिसात बिछाते है, इस पर सभी की नजर रहने वाली है.
वैसे बैठक में 19 में से सिर्फ 11 सांसदों के पहुंचने पर भी सवाल उठे. इस बीच केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने दावा किया कि शिवसेना के 12 सांसद शिंदे कैंप के संपर्क में हैं.
इसी महीने होना है राष्ट्रपति चुनाव
देश में 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होना है. 21 जुलाई को देश को नया महामहिम मिलेगा. चुनाव में वोटिंग के लिए विशेष इंक वाला पेन मुहैया कराया जाएगा. वोट देने के लिए 1,2,3 लिखकर पसंद बतानी होगी. पहली पसंद ना बताने पर वोट रद्द हो जाएगा.
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