मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और शिवसेना, बीएमसी और महाराष्ट्र सरकार के बीच विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बीएमसी ने कंगना के ऑफिस में अवैध निर्माण तोड़ दिया। कंगना ने इसका विरोध जताया और कहा कि उनके ऑफिस में अवैध निर्माण नहीं था। कंगना के वकील ने गुरुवार को हुई सुनवाई में कहा कि बीएमसी ने कंगना का 2 करोड़ रुपए का नुकसान किया है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कंगना पर निशाना साधा है।
सामना में बीजेपी और कंगना पर निशाना साधा गया है। इसमें कहा गया कि बिहार में चुनावों को देखते हुए बीजेपी कंगना रनौत का इस्तेमाल कर रही है। बीजेपी ऐसा राजपूत वोट पाने के लिए कर रही है। इसके अलावा, सामना में कहा गया कि कंगना रनौत को नई अफीम का नशा है। उनका ऑफिस गैरकानूनी है इसलिए उसे बीएमसी ने तोड़ा है। शिवसेना का ऑफिस से लेना-देना नहीं है। सामना ने बॉम्बे हाई कोर्ट में हुई सुनवाई के बारे में विस्तार से लिखा है। साथ कंगना की एनसीपी नेता पर की गई टिप्पणी के बारे में भी बताया है।
बीएमसी ने दी ये दलीलें
बता दें कि बीएमसी और कंगना मामले में गुरुवार को हुई सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर सवाल उठाए। हाईकोर्ट ने पूछा था कि नगर निकाय के अधिकारी संपत्ति के भीतर क्यों गए जबकि उसकी मालिक वहां मौजूद नहीं थी? ऐसे ही कई सवालों का जवाब आज बीएमसी ने दाखिल किया। बीएमसी ने अपने हलफनामे में कार्रवाई को सही बताते हुए कहा कि अवैध निर्माण को गिराया गया, नियमों के तहत कार्रवाई की गई। अवैध निर्माण के मामले में अदालत को दखल नहीं देना चाहिए।
अब 22 सितंबर को होगी सुनवाई
इस मामले में कोर्ट ने बीएमसी से 18 सितंबर तक जवाब मांगा है, वहीं कंगना रनौत के वकील से 14 सितंबर तक इस पर जवाब देने के लिए कहा है। इस मामले की अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी। हाईकोर्ट ने कंगना के दफ्तर को लेकर यथास्थिति बरकरार रखने के लिए कहा।
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