उज्जैन। मौसम विभाग ने तेज बारिश की चेतावनी दी थी लेकिन फिलहाल पानी रूका हुआ है। अभी भी तेज बारिश का इंतजार है। औसत वर्षा से कम पानी गिरा है। शिप्रा के घाटों पर दो दिन पहले पानी आ गया था लेकिन वह उतर चुका है तथा छोटे पुल से आवागमन शुरु हो चुका है।
पिछले 4 दिनों में हुई बारिश के चलते रविवार रात से शिप्रा नदी का छोटा पुल जलमग्न हो गया था। मंगलवार शाम तक यही स्थिति थी। लेकिन कल बारिश का दौर थमने के कारण रात तक शिप्रा का पानी उतर गया और आज सुबह छोटे पुल से भी आवागमन शुरु हो गया। शिप्रा का जलस्तर घटने के बाद आज सुबह रामघाट से लेकर छोटे पुल तक घाटों पर गाद जमी हुई थी। यहां रखे बैरीके ड्स में भी बाढ़ के साथ बहकर आया कचरा फंसा हुआ था। सुबह 9 बजे तक नगर निगम का अमला घाटों की सफाई व धुलाई करने पहुंच गया था। गंभीर बांध में भी पानी की आवक बेहद कम हो गई थी। उल्लेखनीय है कि शहर में 4 दिन से जारी बारिश का दौर कल दोपहर में थम गया था। इसके पहले रविवार की रात 8 बजे तक उज्जैन-बडऩगर मार्ग को जोडऩे वाला छोटा पुल डूब गया था और उसके लगभग 2 फीट ऊपर से पानी बह रहा था। सोमवार दोपहर तक भी यही स्थिति थी और आवागमन बंद था। मंगलवार की सुबह फिर से शिप्रा का जल स्तर बढ़ गया था और शाम तक शिप्रा नदी में घाट और मंदिर डूबे हुए नजर आ रहे थे। छोटे पुल पर भी दो दिन से आवागमन बंद था। परंतु कल शाम 4 बजे बाद शिप्रा का जल स्तर घटने लगा था। आज सुबह जल स्तर और घट गया था तथा छोटे पुल के करीब 4 फीट नीचे से शिप्रा बह रही थी। इस कारण पुल पर आवागमन बहाल हो गया था। दो दिन जलमग्न रहने के कारण रामघाट से लेकर छोटे पुल और चक्रतीर्थ मार्ग गाद और कीचड़ से भरा दिखाई दे रहा था।