वाशिंगटन (Washington)। अमेरिका (America) ने हूती विद्रोहियों (Houthi rebels) की तरफ से दागे गए दो एंटी शिप मिसाइलों (two anti-ship missiles) को निशाना बनाकर तबाह कर दिया है। ये मिसाइलें लाल सागर (Red Sea) के इलाके में एक कंटेनर शिप को निशाना बनाते हुए यमन से हूती विद्रोहियों द्वारा दागे गए थे। हाल ही में भी अमेरिका ने लाल सागर में हूती विद्रोहियों के एंटी शिप मिसाइल और ड्रोन हमले को नाकाम किया था। यह तीन दिन में दूसरा हमला (Second attack in three days) था, जिसे अमेरिका ने नाकाम कर दिया।
व्यापारिक जहाजों पर बीते डेढ़ माह में यह 23वां हमला
अमेरिकी सेना के यूएस सेंट्रल कमांड ने सोशल मीडिया पर साझा किए एक पोस्ट में बताया कि मिसाइल ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने यमन से लॉन्च की थीं। यूएस सेंट्रल कमांड ने बताया कि यह 19 नवंबर से अब तक 23वां हमला था, जो हूती विद्रोहियों ने अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट पर किया था। इस्राइल हमास युद्ध शुरू होने के बाद से ही हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर और अरब सागर के क्षेत्र में व्यापारिक जहाजों पर हमले किए जा रहे हैं। गाजा के समर्थन में हूती विद्रोही ये हमले कर रहे हैं। खासकर इस्राइल के जहाज हूती विद्रोहियों के निशाने पर हैं।
सिंगापुर का झंडा लगे जहाज पर हुआ था हमला
अमेरिकी सेना ने बताया कि उसके युद्धक जहाजों यूएसएस ग्रेवली और यूएसएस लैबून को सिंगापुर के झंडे लगे व्यापारिक जहाज से मदद की कॉल मिली थी। इस कॉल पर प्रतिक्रिया देते हुए दोनों युद्धक जहाज लाल सागर पहुंचे और व्यापारिक जहाज पर हुए हमले को नाकाम करते हुए उसे लाल सागर से सुरक्षित निकाला। जिस जहाज पर हमला हुआ वह डेनमार्क का था।
जिस अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट पर हमले हो रहे हैं, वहां से दुनिया के कुल व्यापार का 12 फीसदी व्यापार होता है। यही वजह है कि इस रूट की सुरक्षा के लिए अमेरिका के साथ ही यहां कई देशों की नौसेनाएं सुरक्षा दे रही हैं, इनमें भारतीय नौसेना भी शामिल है। भारतीय नौसेना ने व्यापारिक जहाजों पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए अरब सागर और लाल सागर के इलाके में अपने पांच युद्धक जहाज तैनात किए हैं।
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