नई दिल्ली: शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह ‘धनुष और तीर’ फ्रीज करने के बाद अब उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे दोनों गुटों के अधिवक्ताओं ने सोमवार को चुनाव आयोग को अपनी पसंद की पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह सौंप दिए हैं. दरअसल चुनाव आयोग ने धनुष-तीर के निशान को सील करने के बाद दोनों गुटों को एक नया नाम और पार्टी चिन्ह के लिए तीन तीन विकल्प देने के लिए कहा था अब दोनों गुट द्वारा नए निशान के लिए नाम जमा कर दिए गए हैं. दरअसल चुनाव आयोग ने दोनों ही गुटों को शिवसेना के चुनाव चिन्ह का इस्तेमाल करने पर अंतरिम रोक लगा दी थी.
जिसके बाद आयोग ने दोनों गुटों को अलग-अलग चुनाव चिन्ह के ऑप्शन दिए थे. दरअसल मुंबई की अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है. इस उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने पार्टी के नाम और उसके चुनाव चिन्ह के इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगा दी है. निर्वाचन आयोग ने दोनों गुटों से सोमवार, 10 अक्टूबर 2022 तक अपनी नई पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह का सुझाव देने के लिए कहा था. इसी के तहत आज दोनों गुटों ने नाम और चुनाव चिन्ह आयोग को बताए हैं.
उद्धव गुट ने किया हाई कोर्ट का रुख
चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ उद्धव ठाकरे गुट ने दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया है. उद्धव गुट का कहना है कि चुनाव आयोग ने बिना किसी सुनवाई के ही पार्टी के नाम और सिंबल को फ्रीज कर दिया. उद्धव गुट के नेता और राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई ने कहा है कि हमारी याचिका का आधार है कि चुनाव आयोग ने हमें चुनाव चिह्न और नाम तय करने को लेकर समुचित समय और अवसर नहीं दिया है. बता दें कि चुनाव आयोग ने शिवसेना के नाम और सिंबल के इस्तेमाल पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है.
गौरतलब है कि अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट से रमेश लटके विधायक थे. उनका पिछली 12 मई को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. इसके बाद ये सीट खाली हो गई. चुनाव आयोग ने अंधेरी ईस्ट में 3 नवंबर को चुनाव कराने का ऐलान किया है. इसके नतीजे 6 नवंबर को आएंगे.
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