डेस्क: कई लोग समाज और दुनिया के डर से अपने सपनों को दबा देते हैं, लेकिन कुछ लोग इसकी परवाह नहीं करते. आज हम आपको एक ऐसी ही महिला की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने 18 साल की उम्र में ही गर्भवती होने और बच्चा पैदा करने का फैसला किया, इस फैसले में महिला का साथ गूगल ने दिया, जहां उसने अपने लिए फ्री स्पर्म डोनर ढूंढा. दरअसल हाल ही में काई स्लोबर्ट और उनकी पत्नी डी ने यूट्यूब चैनल ‘माई एक्स्ट्राऑर्डिनरी फैमिली’ पर अपनी जिंदगी की कहानी बताई, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.
काई बताती हैं कि वह एक शेल्टर हॉम में रह रही थी, जब उन्होंने एक फ्री स्पर्म डोनर की मदद से बच्चा पैदा करने का फैसला किया. उस समय कई लोगों ने इसे गलत कहा था. वायरल हो रहे वीडियो में काई कहती हैं कि मैं बेघर थी, फिर भी मैंने बच्चा पैदा करने का फैसला किया. मैं इस तरीके को किसी और को अपनाने के लिए नहीं कहूंगी, लेकिन मुझे बच्चे बहुत पसंद हैं. इसलिए मैंने अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीने का फैसला किया.
उन्होंने आगे कहा कि मैंने ‘फ्री स्पर्म डोनर’ गूगल किया और एक मिल गया. उनकी पहली बेटी, कैडी, अब 5 साल की है और उनकी दूसरी बेटी, फेथ, 3 साल की है. उन्होंने कहा कि कैडी को जन्म देने से पहले मैं प्रेग्नेंसी में अकेली थी, क्योंकि उस समय डी उनके साथ नहीं थी. बेटी के जन्म के बाद भी काई बेघर रही, लेकिन कुछ महीने बाद डी उनकी जिंदगी में आई और फिर दोनों ने मिलकर एक फ्लैट खरीद लिया और साथ में रहने लगीं. एक साथ आने के बाद से उनकी जिंदगी बदल गई. कैडी और फेथ को पता है कि उनका जन्म डोनर से हुआ है.
काई और डी अक्सर अपनी जिंदगी से जुड़ी बातें सोशल मीडिया पर शेयर करती हैं, जहां लोग उनकी तारीफ भी करते हैं और आलोचना भी. एक यूजर ने लिखा, “18 वर्षीय बेघर कपल को बच्चे पैदा नहीं करने चाहिए.” हालांकि कुछ यूजर इसे अवैध बताते हैं, जिस पर काई कहती हैं कि अब हम 18 साल के बेघर कपल नहीं हैं. हमने जिंदगी से बहुत कुछ सीखा है. काई और उनकी पत्नी डी, जिनकी दो बेटियां हैं. अपनी फैमिली के साथ एक खुशहाल जिंदगी जी रही हैं. अब वह दो और बच्चों को जन्म देना चाहती हैं. इसके लिए उन्होंने कहा कि हम दोनों एक ही टाइम पर गर्भवती होने की कोशिश कर रहे हैं.
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