पेनुबल्ली। वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (YSRTP) की संस्थापक वाई.एस. शर्मिला (Sharmila) तेलंगाना (Telangana) के खम्मम जिले के पेनुबल्ली गांव में बेरोजगार युवाओं (Unemployed people) की खातिर मंगलवार को 10 घंटे के अनशन (10-hour fast) पर बैठीं। इस दौरान शर्मिला ने कहा कि वह सत्तुपल्ली निर्वाचन क्षेत्र में स्थित गांव में सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक खाना नहीं खाएगी।
तेलंगाना में सबसे नई राजनीतिक ताकत बनकर उभरी शर्मिला बेरोजगारी पर खास जोर दे रही हैं।हाल ही में, उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को आगामी हुजुराबाद उपचुनाव में यह तर्क देकर लड़ने की कोई आवश्यकता नहीं है कि चुनाव लड़ने से बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा या दलितों को तीन एकड़ जमीन मिलेगी।
वाईएसआरटीपी की संस्थापक शर्मिला, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी की बहन और पूर्व संयुक्त एपी सीएम वाई.एस. राजशेखर रेड्डी (वाईएसआर) की बेटी है। उन्होंने पहले कहा था कि उन्हें अकेले राजनीतिक मैदान में जाने का कोई डर नहीं है।
उन्होंने कहा, “वाईएसआरटीपी की स्थापना महान नेता (वाईएसआर) की आकांक्षाओं के लिए की गई है। मुझे कभी बुरा नहीं लगा या मुझे इस बात का डर नहीं था कि मैं अकेली हूं। मैं वाईएसआर के करोड़ों प्रशंसकों में से एक हूं।”
शर्मिला ने ‘तेलंगाना के लोगों की खातिर’ वाईएसआरटीपी की स्थापना की, जिसमें कहा गया था कि राज्य में एक नई पार्टी स्थापित करने की आवश्यकता है। उनका सवाल है कि क्या बेरोजगार लोगों और एससी, एसटी और पिछड़ा समुदायों को न्याय मिला है।
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