- कई नाराज होकर लौटे, बाद में लिखित में लिए सुझाव
इंदौर। भाजपा (BJP) ने कल दूसरी बार शहर के विद्वतजनों को नगर निगम (Municipal Council) चुनाव के घोषणा पत्र में सुझाव देने के लिए बुलाया था, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ही दो घंटे देरी से पहुंचे। कुछ को सुना गया और बाकी से कहा गया कि वे लिखित में सुझाव दे दें या ई-मेल कर दें।
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में ही शहर के 50 से अधिक विद्वतजनों को भाजपा की ओर से बुलाया गया था। इनमें उद्योग, मीडिया, रियल स्टेट, पर्यावरण, व्यापार-व्यवसाय, सामाजिक और अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे। सभी को साढ़े 6 बजे बुला लिया गया था, लेकिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा और प्रदेश सहसंगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ही करीब दो घंटे से अधिक की देरी से विद्वजनों के बीच पहुंचे और उनसे चर्चा की। इस दौरान मंच पर सांसद लालवानी के साथ, शहर के विधायक, पूर्व विधायक और भाजपा के पदाधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन कर रही दिव्या गुप्ता बार-बार सुझाव देने वालों को टोंकती रहीं कि वे कम शब्दों में ही अपने सुझाव दें। कार्यक्रम में लोकसभा स्पीकर रही सुमित्रा महाजन भी पहुंची, लेकिन वे मंच पर नहीं बैठीं। होटल एसोसिएशन की ओर से सुमित सूरी ने होटल व्यवसाय से संबंधत परेशानी और शराब की नीति को लेकर अपनी बात रखी तो सोपा के चेयरमैन डेविस जैन ने स्कूल और कॉलेज की जमीन का एफएआर बढ़ाने की मांग रखी। अग्रिबाण के प्रधान संपादक राजेश चेलावत ने सीधे शब्दों में कहा कि जो भी दृष्टि पत्र बने, उस पर अमल किया जाए, क्योंकि इसके पहले के दृष्टि पत्र 10 प्रतिशत भी पूरे नहीं हो पाए हैं। उन्होंने टीडीआर पॉलिसी खोलने और रेंट एक्ट लागू करने की बात कही। शहर में शामिल 29 गांवों से टैक्स लेने के बावजूद सुविधा नहीं मिलने की समस्या भी भाजपा नेताओं को बताई गई। इसके साथ ही पत्रकार हेमंत शर्मा, रिटायर्ड जर्ज श्रीवास्तव, अभ्यास मंडल अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता सहित मात्र 10 लोग ही अपने विचार रख पाए। समय नहीं होने के कारण बाकी लोगों से कहा गया कि वे ई-मेल या व्हाट्स एप पर अपने सुझाव दे देवें। अपनी बात न रख पाने के कारण कुछ वरिष्ठजन नाराज हो गए और उन्होंने अपनी नाराजगी भाजपा नेताओं के समक्ष प्रकट की।