मुंबई (Mumbai) । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) में पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर (Manipur) जैसे हालात की आशंका जताई है। हालांकि, उन्होंने कहा कि सद्भावना को बढ़ावा देने वाले कई दिग्गजों की विरासत के चलते ऐसा नहीं हो सका। इस दौरान उन्होंने मणिपुर में हिंसा रोकने में असफल होने के आरोप लगाए और केंद्र सरकार की जमकर आलोचना भी की। पूर्वोत्तर राज्य में कुकी और मैतेई के बीच जातीय हिंसा की खबरें आती रही हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, नवी मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान पवार ने कहा, ‘ऐसा मणिपुर में हुआ। ये पड़ोसी राज्यों में भी हुआ। हाल के समय में चिंताएं हैं कि ऐसा महाराष्ट्र में भी हो सकता है। सौभाग्य से महाराष्ट्र में कई दिग्गजों की विरासत है, जो सद्भावना और समानता को बढ़ावा देते थे।’ उन्होंने मणिपुर मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा, ‘किसी बात में मणिपुर का जिक्र आया था। देश की संसद में इसपर बात हुई। मणिपुर में रहने वाले अलग-अलग जातियों, धर्मों और भाषाओं के लोग दिल्ली में आकर हमसे मिले। उनकी दिखाई हुई तस्वीर हमें क्या बताती है?’ उन्होंने कहा, ‘पीढ़ियों से साथ रह रहे, सद्बावना बनाए रखे मणिपुर आज एक-दूसरे से बातचीत के लिए भी तैयार नहीं हैं।’
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को निपटाना सरकार की जिम्मेदारी है। खास बात है कि पवार का बयान ऐसे समय पर आया है, जब राज्य में कोटा को लेकर मराठाओं और ओबीसी में असंतोष बढ़ता जा रहा है। हालांकि, एनसीपी (एसपी) चीफ ने इसे लेकर कुछ भी नहीं कहा।
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