नई दिल्ली (New Delhi) । पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती (Shankaracharya Swami Nischalananda) ने मंगलवार (31 जनवरी) को दावा किया कि पैगंबर मुहम्मद और ईसा मसीह के पूर्वज सनातनी हिंदू साबित हुए हैं. उन्होंने भुवनेश्वर में कहा कि, “अमेरिका में विपक्षी सदस्यों ने इस मुद्दे को संसद में उठाया है. पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) और ईसा मसीह (Jesus Christ) के पूर्वज सनातनी हिंदू (Sanatani Hindu) साबित हुए हैं.” उन्होंने आगे कहा कि मंदिरों पर सरकारों का नियंत्रण नहीं होना चाहिए.
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा, “मंदिरों और मठ पर सरकारों का नियंत्रण नहीं होना चाहिए और हर जगह के विकास के लिए पैसा खर्च करने की जरूरत है.” पुरी के रत्न भंडार की खोई हुई चाबी के बारे में पूछे जाने पर शंकराचार्य ने कहा, “ओडिशा सरकार और जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने कभी भी मंदिर के संबंध में किसी भी मुद्दे पर परामर्श नहीं किया. मैं रत्न भंडार के लापता प्रमुख मुद्दे में हस्तक्षेप क्यों करूं?”
38 साल पहले गुम हो गई थीं चाबियां
मंदिर के भीतर कुल सात कोषागार हैं, जिनमें से एक हमेशा खुला रहता है. करीब 38 साल पहले चार कोषागारों की चाबियां गुम हो गई थीं, लेकिन जिलाधिकारी के पास सिर्फ दो चाबियां थीं. इससे पहले पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने जोशीमठ में मकानों में दरारें आने के मामले पर प्रकृति का सम्मान करते हुए विकास को बढ़ावा देने की बात कही थी. शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा था कि संतुलन बनाए रखने की जरूरत है.
“पृथ्वी और पर्यावरण को शुद्ध रखना हमारा काम”
उत्तराखंड के जोशीमठ (Joshimth) को कई मकानों, सड़कों और अन्य इमारतों में दरारें आने के साथ लगातार भूमि धंसने के मद्देनजर ‘सिंकिंग जोन’ घोषित किया गया है. शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती (Shankaracharya Swami Nischalananda) ने ये भी कहा था कि विकास शब्द को इसके उचित संदर्भ में समझा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पृथ्वी, जल और वायु ऊर्जा के स्रोत हैं. पृथ्वी और पर्यावरण को शुद्ध और प्रदूषण मुक्त रखना हमारा काम है.
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