ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव(Shani Dev) को न्याय का देवता माना जाता है। कहते हैं कि शनिदेव अच्छे कर्म करने वालों को शुभ और गलत कामों को करने वालों को दंडित करते हैं। न्याय देवता शनि के जन्म कुंडली में उच्च स्थिति में होने पर शुभ फलों की प्राप्ति होती है। शनि ग्रह (Saturn) की कुंडली में कमजोर स्थिति होने पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वर्तमान में कुंभ, धनु और मकर राशियां शनि की साढ़े साती से पीड़ित हैं और मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि ढैय्या चल रही है।
ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में शनिदेव की कृपा पाने का सबसे सरल उपाय दान बताया गया है। हिंदू धर्म में दान-पुण्य को उत्तम माना जाता है। कहते हैं कि दान-पुण्य करने से व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। शनिवार के दिन काली उड़द, सरसों का तेल, तिल तेल और काले जूते दान गरीबों को दान करने से शनिदेव के प्रसन्न होने की मान्यता है।
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। आप रोजाना भी दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राजा दशरथ ने शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए इस स्तोत्र की रचना की थी।
शनिदेव (Shani Dev) की कृपा पाने के लिए दूसरा उपाय शनि यंत्र की पूजा है। कहा जाता है कि शनि यंत्र की पूजा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। इस यंत्र की पूजा से शनि संबंधी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए हनुमान जी की विधि-विधान के साथ पूजा करनी चाहिए। कहते हैं कि शनिदेव और हनुमान जी मित्र हैं। हनुमान जी की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। शनिवार के दिन हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ बेहद लाभकारी माना जाता है।
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